सूरत भूमि, सूरत। मातृ श्री पूर्णिमाबेन जगदीशभाई बंगाड़ीवाला के गृह प्रांगण धर्मनगरी सूरत-वेसु के शुभ पथ पर श्री श्रेयांसनाथ दादा के गृह जिनालय प्रभु सह गुरु- शिष्य के पधरामणी त्रिवेणी संगमोत्सव वेसु शिव कार्तिक आंगन में पावन प्रभु प्रतिष्ठा का आयोजन रंग के साथ मनाया गया।
प्रतिष्ठित अवसर पर श्रेयांसनाथ दादा वरघोड़ो ने हाईटेक आवास छोड़ा, जो बाद में शिव कार्तिक पहुंचे जहां गुरु भगवंत का प्रवचन हुआ बाद में मातृ श्री पूर्णिमाबेन जगदीशभाई बंगड़ीवाला के घर में श्रेयांसनाथ दादा के घर गृह प्रवेश से सम्मानित किया गया।
7 – 7 आचार्य गुरु भगवंत का पवित्र निश्रा प्राप्त हुआ। जिसमें 92 वर्ष वैराग्यवारिधि पू. आचार्य देव श्री कुलचंद्रसूरीश्वरजी म. साहेब, प्रवचनप्रभावक पू. आचार्य देव श्री जिनसुंदरसूरीश्वरजी एम. साहेब (काका म.सा.), प्रवचनप्रभावक पू. आचार्य देव श्री मलयार्कितसूरीश्वरजी म. साहेब, प्रवचनप्रभावक पू. आचार्य देव श्री हंसकीर्तिसूरीस्वरजी म. साहेब, प्रवचनप्रभावक पू.ï आचार्य देव श्री भव्यकीर्तिसूरीश्वरजी म. साहेब और आचार्य भगवंत मुनिस रत्न मारा साहेब और आचार्य भगवंत अर्हमप्रभा महाराज साहेब के साथ पुत्र महाराज मुनि तारकरूचि विजयजी महाराज साहेब जो हमारे बंगड़ीवाला परिवार के रत्न हैं तथा हमारे (भतीजे महाराज) मुनि चंद्रप्रेम विजयजी महाराज साहेब आदि ठाना व चतुर्विधा संघ भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।