
अहमदाबाद।
शहर में श्रद्धालुओं के एक समूह भोले ग्रुप ने 231 ग्राम यानी 23 तोला सोने से चरण पादुका बनवाई है और यह चरण पादुका आगामी 28 अगस्त को अंबाजी के चरणों में समर्पित की जाएगी। उत्तरी गुजरात के बनासकांठा जिला स्थित अंबाजी शक्तिपीठ 51 शक्तिपीठों में से एक है। फिलहाल अंबाजी में 181 ग्राम की चांदी की चरण पादुका के दर्शन होते हैं और अब आनेवाले दिनों में सोने से बनी चरण पादुका के श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। 28 अगस्त को सोने की चरण पादुका समर्पित किए जाने के बाद अंबाजी के गर्भगृह में अब उसे स्थापित किया जाएगा। बता दें कि अंबाजी मंदिर में वर्षों से श्रद्धालु सोना-चांदी के आभूषण देवी माता के चरणों में समर्पित करते आए हैं। जिसमें अब चरण पादुका भी अब शामिल हो जाएगी। इस संदर्भ में अहमदाबाद के जय भोले ग्रुप के सदस्य दीपेश पटेल ने कहा कि हमारे ग्रुप ने देश के 1700 से ज्यादा मंदिरों में घड़ी लगाई गई हैं। हम जब अंबाजी गए तो देखा कि पूरा मंदिर स्वर्ण से मढा जा चुक है। अंबाजी का थाल, आभूषण इत्यदि सोने का है। केवल चरण पादुका चांदी की थी। जिसके बाद हमें चरण पादुका के स्थान पर सोने की चरण पादुका अंबाजी के चरणों में अर्पण करने का विचार आया। इस संदर्भ में हमने कलेक्टर से मुलाकात की और उनके समक्ष अपने विचार रखे और उनसे मंजूरी प्राप्त की। आगामी 28 अगस्त को हम अंबाजी के चरणों में 23 तोला सोने से बनी चरण पादुका अर्पण करेंगे। इसी के साथ 52 गज की ध्वजा, श्रीयंत्र और सभी शक्ति पीठों का वर्णन करती आरती भी लोंच की जाएगी।