गुजरात का सर्वसमावेशी विकास का मॉडल देश के अन्य राज्यों के लिए पथप्रदर्शकः राष्ट्रपति

अहदाबाद | राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को अहमदाबाद स्थित गुजरात यूनिवर्सिटी में शिक्षा एवं आदिवासी विकास विभाग के 164 करोड़ रुपए के 11 विकास प्रकल्पों का ई-लोकार्पण और ई-शिलान्यास करते हुए कहा कि गुजरात राज्य का सर्वसमावेशी विकास का मॉडल आज देश के अन्य राज्यों के लिए पथप्रदर्शक बन रहा है। राष्ट्रपति ने देश के राज्यों से एक-दूसरे के विकास मॉडल को अपनाकर विकसित राष्ट्र निर्माण की दिशा में कार्य करने का अनुरोध किया। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने देश की महिला उद्यमियों के लिए बनाए गए स्टार्टअप मंच ‘हर स्टार्ट’ को लॉन्च करते हुए कहा कि गुजरात यूनिवर्सिटी में कार्यरत लगभग 450 स्टार्टअप प्रोजेक्ट के जरिए अनेक लोगों को रोजगार मिल रहा है। विशेषकर महिला उद्यमियों द्वारा प्रेरित 125 स्टार्टअप महिलाओं में अंतर्निहित साहसिकता और नवोन्मेषी विचारों को नई दिशा दे रहे हैं। इसके चलते सरकारी और निजी उपक्रमों से उन्हें जोड़ने में मदद मिल रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से देश भर में शुरू हुए स्टार्टअप कार्यक्रम के परिणामस्वरूप वर्ष 2022 के ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (जीआईआई) में भारत 81वें स्थान से 40 स्थान पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में वनबंधु कल्याण योजना तथा एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों एवं कन्या आवासीय विद्यालयों के संचालित होने से आदिवासी समुदाय के विद्यार्थियों में स्कूल ड्रॉपआउट की दर में कमी आई है। राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 भारत को सुपर पावर बनाने की दिशा में एक पहल है। विज्ञान और विज्ञान के क्षेत्र में नवाचार व अनुसंधान ही शिक्षित भारत से श्रेष्ठ भारत के निर्माण में सहायक बनेगा। उन्होंने प्राथमिक और उच्च शिक्षा क्षेत्र में पिछले दो दशकों के दौरान राज्य द्वारा किए गए विभिन्न प्रयासों और उससे प्राप्त हुए नतीजों की सराहना की। इस अवसर पर उन्होंने राज्य में ड्रॉपआउट की दर में आई कमी और विद्या समीक्षा केंद्र के माध्यम से राज्य के 55 हजार से अधिक स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था की रीयल टाइम मॉनिटरिंग की प्रशंसा की। उन्होंने राज्य के लगभग 20 हजार स्कूलों की ढांचागत सुविधाओं के उन्नयन के लिए क्रियान्वित ‘मिशन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस’ प्रोजेक्ट की भी सराहना की। उन्होंने गर्व के साथ कहा कि राज्य की उच्च शिक्षा प्रणाली को नई ऊर्जा और दिशा देने के उद्देश्य से ‘गरिमा सेल’ का गठन करनेवाला गुजरात देश का पहला राज्य है।
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि, आज हम सभी के लिए खुशी का बात है कि भारत की राष्ट्रपति के करकमलों से विभिन्न शैक्षणिक प्रकल्पों का शिलान्यास और लोकार्पण संपन्न हुआ है। ऐसे अनेक प्रकल्पों के लोकार्पण और शिलान्यास से भारत आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने आगे कहा कि एक समय ऐसा भी था, जब भारत में स्टार्टअप की बात को मजाक समझा जाता था और बुलेट ट्रेन की बात को भी कोई मानने को तैयार नहीं था। यह हम सभी के लिए गर्व की बात है कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में यह सब साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के हर एक बालक, युवा और नागरिकों की क्षमता को पहचानकर ये सारे प्रोजेक्ट साकार किए हैं। राज्यपाल ने कहा कि राज्य के शिक्षा विभाग ने हर जिले में यूनिवर्सिटी की स्थापना की है। राज्य सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में कई प्रोजेक्ट साकार किए हैं और आदिवासी बच्चों के लिए शिक्षा की विशेष व्यवस्थाएं भी की हैं, जिससे आज गुजरात शिक्षा क्षेत्र में अग्रणी भूमिका में है। आचार्य ने महिलाओं के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि आज एक भी ऐसा एक भी क्षेत्र नहीं है, जहां महिलाओं की प्रभावी मौजूदगी न हो। आज महिलाएं हाथों में एके-47 लेकर देश की रक्षा कर रही हैं, वहीं बेटियों ने लड़ाकू विमान उड़ाकर देश का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि भारत आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है। स्वदेशी तकनीक की बोलबाला बढ़ रही है। उन्होंने देश के लोगों से गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलकर अपनी छिपी हुई प्रतिभा को उजागर करने का आग्रह किया। राज्यपाल ने युवाओं से आह्वान किया कि वे देश की आत्मनिर्भरता तथा गौरव की पुनःप्रतिष्ठा के माध्यम से नया भारत के निर्माण की दिशा में कार्य करें।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में डबल इंजन की सरकार डबल स्पिरिट (दोगुने उत्साह) और डबल स्पीड (दोगुनी रफ्तार) के साथ विकास कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप योजना और मुद्रा योजना के परिणामस्वरूप राज्य के युवाओं के नवोन्मेषी विचारों को नई राह मिली है। राज्य में मुद्रा योजना के अंतर्गत 1.10 लाख लोगों को 66 हजार करोड़ रुपए की ऋण सहायता दी गई है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार ने युवाओं के नवोन्मेषी विचारों को गति देने के लिए एसएसआईपी 2.0 (स्टूडेंट स्टार्टअप एंड इनोवेशन पॉलिसी) के अंतर्गत 500 करोड़ रुपयों का आवंटन कर न्यूएज स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने की दिशा में प्रयास शुरू किए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 14 हजार से अधिक स्टार्टअप सफलतापूर्वक कार्यरत हैं, इसके चलते ही गुजरात को स्टार्टअप के क्षेत्र में लगातार तीन वर्षों से ‘बेस्ट परफॉर्मिंग स्टेट’ का अवार्ड मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में 30 वर्षों के अंतराल के बाद लागू की गई नई शिक्षा नीति ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के निर्माण का मार्ग बताती है। पटेल ने कहा कि राज्य सरकार ने आदिवासी समुदाय को विकास की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य सहित विभिन्न विकास कार्यों की भेंट दी है। उन्होंने कहा कि दो दशक पहले राज्य के आदिवासी क्षेत्रों में विज्ञान संकाय का एक भी स्कूल नहीं था, आज 102 आवासीय और मॉडल स्कूल कार्यरत हैं। राज्य में 14 हजार से अधिक विद्यार्थी एकलव्य आदर्श आवासीय स्कूल तथा लगभग 14,800 लड़कियां कन्या आवासीय स्कूल में पढ़कर श्रेष्ठ शिक्षा हासिल कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार आजादी के अमृत काल में शिक्षा, स्वास्थ्य और आदिवासी विकास जैसे विभिन्न विकास क्षेत्रों में श्रेष्ठतम विकास करने को कृतसंकल्पित है।
शिक्षा मंत्री जीतूभाई वाघाणी ने कहा कि आज राष्ट्रपति के करकमलों से पूरे गुजरात में 164 करोड़ रुपए के 11 कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। आज का दिवस हम सभी के लिए ऐतिहासिक भी है। गुजरात यूनिवर्सिटी का उल्लेख करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि भारत वर्ष का नेतृत्व करने वाली अनेक हस्तियों ने इस यूनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त कर देश को आगे बढ़ाने में योगदान दिया है। यह गुजरात के लिए गौरव की बात है कि पिछले 4 वर्षों से गुजरात यूनिवर्सिटी विभिन्न क्षेत्रों में प्रथम 50 की रैंक में अपना स्थान बना रही है। वाघाणी ने गुजरात में शिक्षा क्षेत्र के विकास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन में गुजरात अव्वल राज्य रहा है। इतना ही नहीं, गरिमा सेल की स्थापना करने वाला भी गुजरात पहला राज्य है। शिक्षा मंत्री ने स्टार्टअप का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने स्टूडेंट स्टार्टअप पॉलिसी की घोषणा भी की है। यह हम सभी के लिए गर्व की बात है कि गुजरात गत तीन वर्षों से स्टार्टअप रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर बना हुआ है।
राष्ट्रपति ने आदिजाति विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत सूरत के उमरपाडा के वाडी सैनिक स्कूल, बनासकांठा की अमीरगढ़ तहसील के विरमपुर में आवासीय कन्या विद्यालय, साबरकांठा के पोशीना में एकलव्य मॉडल स्कूल और आवासीय कन्या स्कूल तथा दाहोद जिले के नीमुच में आवासीय कन्या स्कूल का ई-लोकार्पण किया। इसी क्रम में, उन्होंने अहमदाबाद जिले के बावळा के सरकारी कला एवं विज्ञान महाविद्यालय तथा नर्मदा जिले के तिलकवाड़ा सरकारी कला एवं विज्ञान महाविद्यालय के नए भवनों का ई-लोकार्पण किया। उन्होंने आणंद की सरदार पटेल यूनिवर्सिटी के स्टाफ क्वार्टरों का ई-लोकार्पण तथा सूरत की वीर नर्मद दक्षिण गुजरात यूनिवर्सिटी में अंडरग्राउंड और ओवरहेड वाटर टैंक, गेस्ट हाउस भवन, कन्या छात्रावास भवन तथा हिन्दी एवं संस्कृत विभाग के भवनों का ई-लोकार्पण किया।
इसके साथ ही उन्होंने पाटण स्थित हेमचंद्राचार्य उत्तर गुजरात यूनिवर्सिटी में कन्वेंशन सेंटर, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, एमबीए और लाइब्रेरी विभाग एक्सटेंशन जैसे विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और नर्मदा जिले के राजपीपळा आदर्श आवासीय कुमार विद्यालय का ई-शिलान्यास भी किया। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के करकमलों से आज राज्य को 164 करोड़ रुपए के 11 शैक्षणिक विकास प्रकल्पों की भेंट मिली। राष्ट्रपति ने समारोह से पूर्व गुजरात यूनिवर्सिटी परिसर में महिला उद्यमियों के साथ संवाद कर उन्हें प्रोत्साहित किया।

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