सूरत।
वेसु के नवनिर्मित अग्रणी धनेरा आराधना भवन हॉल में जिनशासन को समर्पित कर्मठ कार्यकर्ता श्री सुरेशभाई देवचंद शाह की प्रथम मासिक पुण्यतिथि के अवसर पर गुणानुवाद सभा का आयोजन किया गया। शनिवार को सुबह 10 बजे स्नात्रा-शंकेश्वर पार्श्वनाथ दादा की भक्ति के बाद बैठक शुरू हुई। कांकरेज समाज के विभिन्न नेताओं के साथ पूरा समाज मौजूद था।
शासन के समर्पण के बाद उन्हें गच्छाधिपतिश्री, विभिन्न समुदायों के आचार्यवरों के व्यक्तिगत श्रोता होने का सौभाग्य मिला और समाज-संघ और राजनीति में शामिल हुए और इस धर्मपरायण व्यक्ति द्वारा राज्य-राष्ट्र के हित में कई कार्य किए। इसलिए आचार्यश्री भी इस बैठक में शामिल हुए।
प्रारंभ में, वेसु-उपाश्रय के संस्थापक आ. सागरचंद्रसागरसूरिजी सुरेशभाई के 35 वर्ष के पूर्व से अरम्भी बनासकांठा के प्रभारी बने। सी. आर. पाटिल, और आगे मोदी साहब के संपर्कों की सफल यात्रा का वर्णन किया।
राष्ट्रसंत पू. आ. चंद्रनसागर सूरीश्वरजी, प्रा. आ. जीतरत्नसागरसूरिजी, पू.आ. पूर्णचंद्रसागरसु.म.सा. आदि पूज्य पहुंचे। मुक्ता माने सुरेशभाई के कार्यों की सभी ने प्रशंसा की। धनेरा भवन के ट्रस्टी, कांकरेज समाज के नेता सहित अन्य समाज के नेता व कीर्तिसिंह वाघेला आदि उपस्थित थे। सुरेशभाई के असमय चले जाने से केवल उनकी पत्नी अवनिबेन, पुत्र स्पर्श, पुत्री स्तुति एम.एस. और भावेशभाई के रिश्तेदारों को दुख हुआ।
धार्मिक गतिविधियां कोरोना काल में धर्मपरायण, आस्थावान सुरेशभाई जनसेवा, समाज सेवा, राजनीति में सक्रियता, कई संस्थाओं में ट्रस्टीशिप आदि के माध्यम से हमेशा सार्वजनिक जीवन में जीवित रहे हैं।