सूरत: प्रख्यात पर्यावरणवादी और उद्योगपति विरल देसाई द्वारा पाल की खुशालदास वनमालीभाई पालवाला शाला के विद्यार्थियों को बेंच वितरण किया गया। इस अवसर पर डिस्ट्रिक्ट फॉरेस्ट ऑफिसर पुनित नैयर तथा सूरत के कॉरपोरेटर निलेशभाई पटेल हाजिर रहे। इस कार्यक्रम में ग्रीनमैन द्वारा खुशालदास वनमालीभाई पालवाला शाला को दत्तक लेकर उसे पर्यावरणीय मूल्यों के साथ ग्रीन स्कूल बनाने की घोषणा की गई।
प्राथमिक शाला के विद्यार्थियों को योग्य सुविधा के साथ पर्यावरण की जागृति मिले इसके लिए विरल देसाई द्वारा ये बैंचिस विशेष रूप तैयार कराई गई थी। जहां बच्चे पर्यावरण के प्रति तादात्म्य स्थापित करे उसके लिए तमाम बैंच पर प्रकृति संरक्षण और पर्यावरण प्रेम के संदर्भ में यूनिक चित्र तैयार किए गए थे।
इस अवसर पर उन्होंने बताया कि बच्चों को सुविधा मिले और सुविधा के साथ उन्हें पर्यावरण की समझ हो यह हमारा मुख्य लक्ष्य है। आखिर आज के समय में हमें पर्यावरण के प्रति सही निष्ठा रखनेवाले नागरिकों की सबसे अधिक आवश्यकता है। इसलिए ही मैंने इस शाला को प्रथम ऐसी शाला बनाने का निर्णय किया है जो इकोसिस्टम रिस्टोरेशन और क्लायमेंट एक्शन की थीम पर आधारित होगा।
बैंच वितरण के इस कार्यक्रम दौरान विरल देसाई तथा डीएफओ पुनित नैयर ने विद्यार्थियों के साथ क्लायमेंट एक्शन तथा इको सिस्टम रिस्टोरेशन के संदर्भ में संवाद भी किया। जिसमें विद्यार्थियों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया। शाला के आचार्य प्रकाशभाई परमार ने इस अवसर पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि शाला के विद्यार्थियों को बैंच के लाभ के साथ पर्यावरण की सीख मिले उसका शिक्षक के तौर पर हमें स्वाभाविक आनंद है।
ऐसे में पुनित नैयर ने कहा कि विद्यार्थी वनीकरण व पर्यावरण के संदर्भ में जागृत हो इस तरह तैयार हुई इस बैंचिस का विचार सराहनीय है। विरल देसाई ने इस दिशा में काम किया जो अभिनंदन के पात्र हैं।
उल्लेखनीय है कि ग्रीनमैन विरल देसाई द्वारा इसके पूर्व ग्रीन उधना रेल्वे स्टेशन को मॉडल स्टेशन के रूप में विकसित किया गया था। जो स्टेशन आज देश, एशिया और दुनिया का प्रथम ऐसा स्टेशन है, जो क्लायमेंट एक्शन और इको सिस्टम रिस्टोरेशन की थीम पर तैयार हुआ हो।