नई दिल्ली । झारखंड में खड़े हुए सियासी संकट के बीच यूपीए प्रतिनिधिमंडल के सदस्य झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस से मिले हैं। इस प्रतिनिधिमंडल में कई नेता शामिल रहे। कांग्रेस सांसद गीता कोड़ा, जेएमएम सांसद महुआ मांझी और सांसद विजय हांसदा राजभवन में राज्यपाल से मिले हैं। बताया जा रहा है कि यूपीए प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर बात की और उनसे रुफ साफ करने को कहा है। बता दें कि, झारखंड में विपक्षी बीजेपी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को विधानसभा से अयोग्य घोषित करने की मांग की है। जिसके बाद राज्य में ये राजनीतिक संकट पैदा हुआ है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता अवैध खनन पट्टा आवंटित करने के मामले को लेकर खतरे में हैं। चर्चा है कि चुनाव आयोग की ओर से झारखंड के राज्यपाल को इस संबंध में अपनी राय भेजी गई है जिसमें हेमंत सोरेन को अयोग्य ठहराने की सिफारिश की गई है। इस मामले को लेकर बीजेपी ने राज्यपाल को याचिका दी है जिसमें सीएम की विधानसभा सदस्यता रद्द करने की मांग की गई। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री ने कथित तौर पर खुद को खनन पट्टा आवंटित किया और खनन विभाग का नेतृत्व भी मुख्यमंत्री ही कर रहे थे। झारखंड के राज्यपाल ने इसके बाद ये मामला चुनाव आयोग के पास भेजा था।
चर्चा है कि चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री को अयोग्य ठहराने की सिफारिश राजभवन को भेजी है। हालांकि राज्यपाल ने भी अभी तक कोई फैसला नहीं सुनाया है। इसी बीच सीएम हेमंत सोरेन ने महागठबंधन के विधायकों को अपने आवास पर जमा किया था। वहीं हेमंत सोरेन की पार्टी जेएमएम ने बीजेपी पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया है। बीते दिन ही महागठबंधन के विधायकों को रांची से रायपुर के एक रिसॉर्ट में शिफ्ट किया गया है।