सूरत की सभी महिला मंडलों की सांजी हुई
20 नवंबर को भव्य पारणा आयोजित होगा।
सूरत- वेसु जैन संघ के अग्रणी धानेरा आराधना भवन में तपस्वीरत्न साध्वी कल्पबोधश्रीजी के 300वें आयम्बिल तप की ओली के अवसर पर भव्य उत्सव का आयोजन किया है। शासन प्रभावक पू.आ. अशोक सागरसूरिजी के निश्रा में पू.आ. सागरचंद्रसागर सुरिजी के प्रेरक मार्गदर्शन से महोत्सव की शुरुआत 16 नवंबर से हुई है। अगमोद्धारक तपोनगरी के विशाल गुंबद में शानदार मेरुपर्वत की रचना 100+ 100+ 100 मीटर 300वीं ओली के मेरुसमान तप को बता रहे हैं। बुधवार को कुंभ स्थापनादी में विभिन्न पूजाएं की गईं और दोपहर में पूरे सूरत से 35 से अधिक महिलाओं की मंडली ने विभिन्न अंदाजो में सांजी प्रस्तुतकी। ताप के नए नए गाने खूबसूरती से गाए गए। पूरा गुंबद तरह-तरह के परिधानों में सजी महिलाओं से भरा हुआ था।
गुरुवार को 200 छाब में ज्ञानदर्शन जेड चरित्र के उपकरणों को विभिन्न प्रकार के 200 तपों की स्थापना की जाएगी। साथ में 100 आंबेल और सांकली अट्ठम करनवालो को पुरस्कृत किया जाएगा।
18 नवंबर को सामूहिक 27 शांतिस्नात्र का भव्य कार्यक्रम एक और आयाम जोड़ेगा। फिर जल में तैर रहे पार्श्वनाथ प्रभु का अभिषेक किया जाएगा। मास 5050 आंबेल सूरत के स्तर पर होगा। सूरत के जैन संस्थाओं के कर्मचारियों का दुर्घटना बीमा करवाया जाएगा।
19 को 100 पालकियों द्वारा भव्य रथ शोभायात्रा निकाली जाएगी और रात्रि 8 बजे संन्यास्ताश्रम के नाम से नाटक होगा। 20 तारीख को 10वीं और 12वीं के 90 प्रतिशत से अधिक छात्रों को दीक्षांत समारोह से सम्मानित किया जाएगा। श्रीचंद्र केवली की पूजा होगी। उसके बाद 300वीं ओली की पारणा होगी।