हम आज के वैज्ञानिक युग के मनुष्य हैं, हम कमाल करेंगे,
दाता ने हमें पंख नहीं दिए, फिर भी हम आसमान में उड़ेंगे
सूरत। इस सपने को साकार करने के लिए द रेडियंट इंटरनेशनल स्कूल (सीबीएसई) के तीसरी से 11वीं कक्षा के छात्रों द्वारा कुल 27 रोबोटिक्स मॉडल छात्रों और अभिभावकों के लिए खुले रखे गए। इस मॉडल को बनाने के लिए, स्कूल के प्रिंसिपल तृषार परमार ने 2050 की दुनिया के साथ वर्तमान दुनिया की तुलना छात्रों से की और उन्हें वर्तमान जीवन में लोगों के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग करने का सपना दिया। इसलिए स्कूल के 70 से अधिक विद्यार्थियों ने कुल 27 मॉडल बनाए।
जिसमें बुजुर्गों के लिए स्वचालित कूड़ेदान, लाई-फाई, स्वचालित डोर लॉक सेंसर, परिवहन के लिए स्मार्ट पार्किंग सुविधा, स्मार्ट स्टिक, होम ऑटोमेशन, शिक्षकों के लिए वायरलेस नोटिस बोर्ड, प्रीपेड ऊर्जा मीटर, 3डी प्रिंटर, एफएम रेडियो, ब्लूटूथ नियंत्रण रेडियो प्रणाली जैसे उच्च स्तरीय रोबोटिक्स मॉडल बनाया गया था।
इस सफलता के श्रेय के रूप में प्राचार्य ने प्रत्येक बच्चे को विद्यालय परिसर में अपना मॉडल प्रदर्शित करने के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही स्कूल के प्रबंध निदेशक किशन मांगुकिया ने स्कूल के बच्चों की सभी जरूरतों को 24×7 पूरा करने के लिए ऐसे अविश्वसनीय रोबोटिक्स मॉडल की व्यवस्था की और स्कूल से इस महान सपने को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने की कामना की।