भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर राष्ट्रपति द्वारा 2 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा

नई दिल्ली । महान गायिका भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर शोक संप्तत देश ने दो दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। मंगेशकर का 92 वर्ष की आयु में रविवार को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थीं।

राष्ट्रपति कोविंद ने लता बताया असाधारण व्यक्तित्व-
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महान गायिका लता मंगेशकर के निधन पर रविवार सुबह शोक व्यक्त करते हुए कहा कि लता जी का निधन ‘मेरे लिए, दुनियाभर के लाखों लोगों के लिए हृदयविदारक है।’ राष्ट्रपति भवन ने कोविंद के हवाले से ट्वीट किया, ‘लता दीदी जैसा कलाकार सदियों में एक बार पैदा होता है। वह एक असाधारण व्यक्ति थीं, जो उच्च कोटि के व्यवहार की धनी थीं।’ उन्होंने कहा कि यह दिव्य आवाज सदा के लिए बंद हो गई लेकिन उनके गाए गीत हमेशा अमर रहेंगे और अनंतकाल तक गूंजते रहेंगे। उन्होंने कहा कि उनके गाए गीत भारत के सारतत्व और सुंदरता को प्रदर्शित करते हैं तथा पीढ़ियों ने इन्हें अपने अंतर्मन की अभिव्यक्ति के रूप में पाया है। स्वरकोकिला लता मंगेशकर के साथ अपने चित्र साझा करते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि भारत रत्न लता जी की उपलब्धियां अतुलनीय हैं। कोविंद ने अपनी मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि लता दीदी एक विलक्षण व्यक्तित्व थीं और उनके जैसे कलाकार सदियों में एक बार ही जन्म लेते हैं। उन्होंने कहा कि वह जब भी लता दीदी से मिले, उन्हें गर्मजोशी से भरा पाया। राष्ट्रपति ने कहा, ‘उनके परिवार एवं प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’

पीएम मोदी बोले, मैं अपना दुख शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महान गायिका लता मंगेशकर के निधन पर रविवार सुबह शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह अपने दुख को शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकते। उन्होंने ट्वीट किया, ‘लता दीदी ने अपने गीतों के जरिए विभिन्न भावनाओं को व्यक्त किया। उन्होंने दशकों से भारतीय फिल्म जगत में आए बदलावों को नजदीक से देखा। फिल्मों से परे, वह भारत के विकास के लिए हमेशा उत्साही रहीं। वह हमेशा एक मजबूत और विकसित भारत देखना चाहती थीं।’ मोदी ने कहा, ‘मैं अपना दुख शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता। दयालु और सबकी परवाह करने वाली लता दीदी हमें छोड़कर चली गईं। उनके निधन से देश में एक खालीपन पैदा गया है, जिसे भरा नहीं जा सकता। भावी पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति की पुरोधा के रूप में याद रखेंगी, जिनकी सुरीली आवाज में लोगों को मोहित करने की अद्वितीय क्षमता थी।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘यह मेरे लिए सम्मान की बात है कि मुझे लता दीदी से हमेशा बहुत स्नेह मिला। मैं उनके साथ की गई बातों को हमेशा याद रखूंगा। मैं और देशवासी लता दीदी के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं। मैंने उनके परिवार से बात की और अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। ओम शांति।’

उप राष्ट्रपति नायडू बोले- देश ने राष्ट्रीय भावना को भावपूर्ण अभिव्यक्ति देने वाला स्वर खोया :
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने महान गायिका लता मंगेशकर के निधन पर रविवार सुबह शोक व्यक्त करते हुए कहा कि भारत ने अपना वह स्वर खो दिया है जिसने हर अवसर पर राष्ट्र की भावना को भावपूर्ण अभिव्यक्ति दी। उपराष्ट्रपति सचिवालय ने नायडू के हवाले से ट्वीट किया, ‘भारतीय सिनेमा की सुर सम्राज्ञी लता मंगेशकर जी का निधन देश की और संगीत जगत की अपूरणीय क्षति है।’ नायडू ने कहा, ‘लता जी के निधन से आज भारत ने अपना वह स्वर खो दिया है जिसने हर अवसर पर राष्ट्र की भावना को भावपूर्ण अभिव्यक्ति दी।’
उपराष्ट्रपति ने कहा कि उनके गीतों में देश की आशा और अभिलाषा झलकती थी। उन्होंने कहा कि लता जी का मधुर स्वर दशकों तक देश में फिल्म संगीत की पहचान रहा। नायडू ने कहा, ‘देश ने उन्हें भारत रत्न तथा दादा साहेब फाल्के पुरस्कार जैसे प्रतिष्ठित सम्मानों से विभूषित किया था। उन्हें देश-विदेश में उनके असंख्य प्रशंसकों का स्नेह आजीवन प्राप्त रहा।’ उन्होंने कहा कि देश के वीर सैनिकों के सम्मान में उनका “ऐ मेरे वतन के लोगों” जैसा मर्मस्पर्शी राष्ट्रप्रेम का गीत हो या राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रिय भजन “वैष्णव जन…”, उनके स्वर ने देश को एकसूत्र में बांधे रखा। उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘वेदना की इस घड़ी में उनके परिजनों और देश-विदेश में उनके असंख्य प्रशंसकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं, उनके शोक में सम्मिलित हूं।’ गौरतलब है कि महान गायिका लता मंगेशकर का रविवार को यहां एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 92 वर्ष की थीं। उनका पिछले कुछ समय से ब्रीच कैंडी अस्पताल में उपचार चल रहा था।

लोकसभा अध्यक्ष ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक प्रकट किया
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने महान गायिका लता मंगेशकर के निधन पर रविवार को शोक प्रकट करते हुए कहा कि लता जी का निधन संपूर्ण राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है और अपने गीतों से वह सदैव ‘हमारी स्मृतियों में जीवंत रहेंगी।’ बिरला ने अपने ट्वीट में कहा, ‘लता दी के गाए गीत लोगों को जोड़ते थे। ऐसे अनेक अवसर आए जब उन्होंने हमारे सैनिकों का भी मनोबल बढ़ाया। उनसे प्रेरणा पाकर लाखों युवा संगीत से जुड़े।’ उन्होंने कहा कि अब भले ही वह हमारे बीच नहीं हैं लेकिन अपने गीतों से वह सदैव ‘हमारी स्मृतियों में जीवंत रहेंगी।’ बिरला ने कहा, ‘भारत रत्न लता मंगेशकर जी ने अपने समृद्ध स्वरों से संगीत को नई ऊंचाइयां दीं। भाषा के बंधन को तोड़ उनके गाए गीत विश्व के प्रत्येक हिस्से तक पहुंचे।’ उन्होंने कहा, ‘उनका निधन संपूर्ण राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। परिजनों व प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं।’

राहुल गांधी बोले- सुरीली आवाज हमेशा उनके प्रशंसकों के दिलों में गूंजती रहेगी-
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महान गायिका लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी सुरीली आवाज अमर है, जो उनके प्रशंसकों के दिलों में हमेशा गूंजती रहेगी। मंगेशकर का रविवार को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। 92 वर्षीय गायिका कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थीं और उन्हें बीमारी के मामूली लक्षण थे। उन्हें आठ जनवरी को ब्रीच कैंडी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था। गांधी ने ट्वीट किया, ‘लता मंगेशकर जी के निधन की दुखद खबर मिली। उनकी आवाज कई दशकों तक भारत में सबसे प्रिय रही।’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘उनकी सुरीली आवाज अमर है और उनके प्रशंसकों के दिलों में हमेशा गूंजती रहेगी। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’

केंद्रीय मंत्रियों ने लता जी के निधन पर शोक जताया
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महान गायिका लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि उनकी मंत्रमुग्ध कर देने वाली आवाज ने न केवल भारत में, बल्कि दुनियाभर में हर पीढ़ी के जीवन को भारतीय संगीत की मिठास से सराबोर किया। मंगेशकर का रविवार सुबह मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। शाह ने ट्वीट किया, ‘सुर व संगीत की पूरक लता दीदी ने अपनी सुर साधना व मंत्रमुग्ध कर देने वाली वाणी से न सिर्फ भारत, बल्कि पूरे विश्व में हर पीढ़ी के जीवन को भारतीय संगीत की मिठास से सराबोर किया। संगीत जगत में उनके योगदान को शब्दों में पिरोना संभव नहीं है। उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है।’ गृह मंत्री ने कहा कि समय-समय पर मंगेशकर का स्नेह और आशीर्वाद पाकर वह खुद को भाग्यशाली मानते हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मैं खुद को सौभाग्यशाली समझता हूँ कि समय-समय पर मुझे लता दीदी का स्नेह और आशीर्वाद प्राप्त होता रहा। अपने अतुलनीय देशप्रेम, मधुर वाणी और सौम्यता से वह सदैव हमारे बीच रहेंगी। उनके परिजनों व असंख्य प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूँ। ॐ शांति।’

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, ‘स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी के निधन से भारत की आवाज़ खो गई है। लता जी ने आजीवन स्वर और सुर की साधना की। उनके गाए हुए गीतों को भारत की कई पीढ़ियों ने सुना और गुनगुनाया है।’ सिंह ने कहा, ‘उनका निधन देश के कला और संस्कृति जगत की बहुत बड़ी क्षति है। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शोक प्रकट करते हुए ट्वीट किया, ‘देश की शान और संगीत जगत की सिरमौर स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर जी का निधन बहुत ही दुखद है। पुण्यात्मा को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि।’ गडकरी ने कहा कि उनका (लता मंगेशकर) जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है जो सभी संगीत साधकों के लिए सदैव प्रेरणा थीं। उन्होंने कहा कि लता दीदी बेहद ही शांत स्वभाव और प्रतिभा की धनी थीं तथा 30 हजार से अधिक गाने गाकर उनकी आवाज ने संगीत की दुनिया को सुरों से नवाजा है। गडकरी ने कहा, ‘लता दीदी हमेशा हम सभी के लिए प्रेरणा बनी रहेंगी। ईश्वर पुण्यात्मा को शांति प्रदान करें। ॐ शांति।’
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि लता मंगेशकर नहीं रहीं लेकिन भारत में पीढ़ियों को उनके गीतों से स्नेह रहा है जो सदाबहार हैं। उन्होंने कहा, ‘उनके परिवार एवं प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘स्वर कोकिला, सुर सम्राज्ञी लता जी का निधन ऐसी क्षति है जिसकी भरपाई असंभव है। उनका जाना हर किसी के लिए व्यक्तिगत नुक़सान है।’ ठाकुर ने कहा, ‘निजी तौर पर वो मेरी सबसे पसंदीदा गायिका थीं जिन्होंने उम्र के हर पड़ाव पर अपने गायन से मेरे जैसे अनगिनत लोगों को प्रभावित किया, हमारे अंतर्मन पर अपनी अमिट छाप छोड़ी। लता जी के अंदर की भारतीयता उनके संगीत में झलकती थी, उनके जैसा व्यक्तित्व का अवतरण सदियों में होता है।’
महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने भी स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘भारत रत्न लता मंगेशकर जी के निधन से काफी दुखी हूं। वह देश की आवाज थीं। यह एक युग का समापन है।’

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