पीएम मोदी ने ‘ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन’ के रूप में देश को दी अमृत कलश की भेंट:मुख्यमंत्री

अहमदाबाद | मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री के दिशा-निर्देश में योग-आयुर्वेद के भारतीय ज्ञान एवं परम्परागत चिकित्सा पद्धतियों की प्राचीन विरासत आज वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा के उद्देश्य से अलग ही स्वरूप में प्रस्तुत हो रही है। ग्लोबल सेंटर फ़ॉर ट्रेडिशनल मेडिसीन की स्थापना से ‘बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय’ मंत्र साकार होने वाला है। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल जामनगर में जीसीटीएम के शिलान्यास के अवसर पर बोल रहे थे| उन्होंने कहा कि आज़ादी के अमृत महोत्सव वर्ष में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को ग्लोबल सेंटर फ़ॉर ट्रेडिशनल मेडिसीन के रूप में अमृत कलश की भेंट दी है। भारत में योग-आयुर्वेद जैसी प्राचीन व परम्परागत उपचार पद्धतियों का ख़ज़ाना है। उन्होंने कहा कि विश्व भर की लगभग 138 परम्परागत चिकित्सा पद्धतियों के ज्ञान के आदान-प्रदान के लिए यह केन्द्र अंतरराष्ट्रीय मंच बनेगा। पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सरकार ने आयुर्वेद, योग तथा अन्य आयुष पद्धतियों को सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था के साथ संयोजित व्यवस्था के साथ संयोजित करने का संकल्प किया है। 21वीं शताब्दी में आधुनिक विज्ञान के साथ इस प्राचीन ज्ञान को जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य इस ग्लोबल सेंटर से शुरू किया जाएगा। ग्लोबल सेंटर फ़ॉर ट्रेडिशनल मेडिसीन की स्थापना प्रधानमंत्रीजी का विशिष्ट क़दम है। प्रधानमंत्रीजी के प्रयासों के कारण विश्व समुदाय में भारत का सॉफ़्ट पावर बढ़ा है। उन्होंने कहा कि यह ‘ग्लोबल सेंटर फ़ॉर ट्रेडिशनल मेडिसीन’ समग्र विश्व को एक परिवार समझकर सबके स्वास्थ्य तथा सबकी स्वस्थता के लिए कार्यरत बनेगा। प्रधानमंत्रीजी ने ग्लोबल हेल्थ फ़ैसिलिटीस के मानचित्र पर जामनगर को स्थायी रूप से अंकित कर दिया है।
मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंदकुमार जगन्नाथ ने कहा कि मानव शरीर के उपचार के लिए वनस्पतियों, खनिजों जैसे प्राकृतिक पदार्थों का सदियों से उपयोग किया जाता रहा है। जीसीटीएम इस मानव ज्ञान के संवर्द्धन के लिए अधिकृत तथा विश्वनीय केन्द्र बनेगा। उन्होंने कहा कि मॉरीशस में 1934 से भारतीय उपचार पद्धतियाँ लागू हैं। वहाँ आयुर्वेद एक मान्यता प्राप्त उपचार पद्धति है। उन्होंने कहा कि समग्र मॉरीशस में प्रतिवर्ष धनतेरस को आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने इस कार्यक्रम में मॉरीशस को सहभागी बनाने पर भारत के प्रति हर्ष की भावना व्यक्त की।
बांगलादेश की प्रधानमंत्री श्रीमती शेख हसीना ने वीडियो मैसेज के माध्यम से कहा कि ट्रेडिनशल मेडिसीन तथा आधुनिक विज्ञान का समन्वय स्वास्थ्य संबंधी नई चुनौतियों का सामना कर सकता है। उन्होंने कहा कि यूनानी, आयुर्वेदिक, होम्योपैथी चिकित्सा पद्धतियाँ बांगलादेश में व्यापक रूप उपयोग में हैं। भूटान के प्रधानमंत्री श्री लोतेय शेरिंग ने वीडियो मैसेज के माध्यम से कहा कि भूटान में पर्वतीय भूमि तथा प्राकृतिक वनाच्छादन के कारण ट्रेडिशनल मेडिसीन की प्रैक्टिस के लिए बड़ी संभावना उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि समग्रत: स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए ट्रेडिशनल मेडिसीन के साथ एलोपैथी का इंटीग्रेटेड मॉडल आदर्श है।
नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने कहा कि नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में भारत देश नैचुरल मेडिसीन का ग्लोबल हन बनने की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने ग्लोबल सेंटर की स्थापना द्वारा विश्व स्वास्थ्य की बड़ी सेवा करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया।
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एदनोम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सक्षम नेतृत्व व कमिटमेंट के कारण भारत में इस ग्लोबल सेंटर फ़ॉर ट्रेडिशनल मेडिसीन का निर्माण संभव हो रहा है। यह नया केन्द्र समग्र विश्व के स्वास्थ्य की प्राकृतिक उपचार से सुश्रुषा-देखभाल करने में उपयोगी सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि जामनगर स्थित यह केन्द्र परम्परागत चिकित्सा पद्धतियों के लिए आईपीआर निर्धारित करने, रिसर्च एण्ड एनालिसिस करने, विश्वसनीय सूचना संचय तथा संवर्द्धन करने, इनोवेशन एवं आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि जीसीटीएम से गवर्नमेंट, मेडिकल प्रैक्टिशनर्स और एकेडमिशियंस एक मंच पर आएँगे, दुनिया के लोग भारत के जामनगर में आएँगे और जामनगर-भारत का यह केन्द्र दुनिया तक पहुँचेगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि आने वाले दिनों में जीसीटीएम के विकास के लिए डब्ल्यूएचओ द्वारा पूर्ण सहयोग दिया जाएगा।
केन्द्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने कोरोना महामारी के कठिन काल के बीच परम्परागत चिकित्सा पद्धतियों का वैश्विक केन्द्र भारत में स्थापित कर वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में बड़ा क़दम उठाया है।
इस अवसर पर राज्य के कृषि मंत्री राघवजी पटेल, स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल, सांसद श्रीमती भारतीबेन शियाळ व श्रीमती पूनमबेन माडम, विधायक सआर. सी. फळदू, धर्मेन्द्रसिंह जाडेजा, प्रणामी सम्प्रदाय के श्री कृष्णमणि महाराज, महापौर श्रीमती बीनाबेन कोठारी, ज़िला पंचायत अध्यक्ष धरमशी चनियारा तथा मुख्य सचिव पंकज कुमार भी उपस्थित थे।

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