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लखनऊ । केन्द्र सरकार द्वारा सेना में भर्ती के लिए लायी गयी अग्निपथ योजना के विरोध में सोमवार को बुलाये गए भारत बंद का उत्तर प्रदेश में आंशिक असर दिखा। लगभग सभी जिलों के मुख्य बाजार खुले दिखे और यातायात भी सामान्य रहा। हालांकि तोड़फोड़ और आगजनी की आशंका से पूर्वोत्तर रेलवे ने ऐतिहातन 32 ट्रेनों को निरस्त कर दिया। जबकि एक ट्रेन का टाइम बदला गया और दो के मार्ग परिवर्तित किए। निरस्त होने वाली ट्रेनों में ज्यादातर बिहार, दिल्ली और मुंबई रूट की हैं। वहीं पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन को देखते हुए भारी सुरक्षा बल की तैनाती की गई थी। साथ ही खुफिया को अलर्ट किया गया था। यूपी पुलिस ने सोमवार को 745 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर 39 मुकदमें दर्ज किए।
इस बीच एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों को भड़काने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। सरकार की तरफ से युवाओं को इस योजना के बारे में समझाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन कर रहे छात्रों को असामाजिक तत्वों व कुछ राजनीतिक लोगों ने उकसाया जिससे कि हिंसा हुई है। ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। भारत बंद के आहवान पर एडीजी ने बताया कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सिविल पुलिस के अलावा 141 कंपनी पीएसी और 10 कंपनी सीएपीएफ तैनात की गई है। अभी तक कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। भारत बंद का असर यूपी में नहीं दिख रहा है।
विदित हो कि सोशल मीडिया पर भारत बंद का आह्वान किया गया था। एडीजी ने बताया कि किसी संगठन ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है। हिंसा करने वालों के खिलाफ कठोर धाराओं में मुकदमें दर्ज किए गए हैं और बड़े स्तर पर गिरफ्तारी की जा रही है। जिन लोगों के द्वारा छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों से वसूली की जाएगी।