गृहराज्य मंत्री हर्ष संघवी की अध्यक्षता में नवी सिविल में शिक्षकों को सीपीआर प्रशिक्षण दिया गया

सूरत। शिक्षकों के लिए सीपीआर प्रशिक्षण अभियान का शुभारंभ गृह राज्य मंत्री श्री हर्ष सांघवी ने न्यू सिविल अस्पताल के ऑडिटोरियम हॉल में किया। शिक्षा राज्य मंत्री प्रफुल्लभाई पानशेरिया विशेष रूप से उपस्थित थे। सूरत जिले के स्कूलों और कॉलेजों के 2400 से अधिक शिक्षकों को सीपीआर प्रशिक्षण दिया गया।


गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने प्रशिक्षण के अवसर पर कहा कि शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के तहत सामाजिक अधिकारियों-कर्मचारियों को सीपीआर प्रशिक्षण दिया जाए तो गुजरात का प्रत्येक नागरिक डॉक्टर की भूमिका निभा सकता है। गुजरात में संगठन और विभिन्न विभाग। गुजरात में हार्ट अटैक की आपात स्थिति के दौरान उन्होंने विश्वास जताया कि वे सीपीआर ट्रेनिंग लेकर पुलिस, शिक्षक, बस ड्राइवर, डॉक्टर की भूमिका निभाएंगे।


उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मियों को एक दिवसीय सीपीआर प्रशिक्षण भी दिया गया। परिणामस्वरूप, गुजरात के विभिन्न जिलों में सीपीआर प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले पुलिस कर्मियों ने पिछले चार महीनों में 38 लोगों की जान बचाई है। जहां सरकारी और निजी स्कूलों में सेवारत शिक्षकों को सीपीआर प्रशिक्षण दिया जा रहा है, वहीं बड़ी संख्या में शिक्षक नैतिक जिम्मेदारी को समझते हुए प्रशिक्षण में शामिल हुए हैं, जो सराहनीय है।


आगे गृह मंत्री ने कहा कि चार मिनट की सीपीआर ट्रेनिंग दिल का दौरा पडऩे पर किसी की जान बचाने में मदद करेगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यदि शिक्षक शिक्षा के साथ-साथ राज्य के हर व्यक्ति को यह सीपीआर प्रशिक्षण देंगे तो वे भविष्य में दिल के दौरे और सांस की समस्याओं से पीड़ित लोगों की जान बचाने के लिए प्राथमिक उपचार प्रदान करने में सक्षम होंगे।
शिक्षा राज्य मंत्री प्रफुल्लभाई पानशेरिया ने कहा कि आज गुजरात में दो लाख से अधिक शिक्षकों ने सीपीआर प्रशिक्षण प्राप्त किया है। हमारे सामने ऐसे कई उदाहरण हैं जब ट्रैफिक ब्रिगेड कर्मियों सहित पुलिस कर्मियों को पुलिस विभाग द्वारा सीपीआर में प्रशिक्षित किया गया और कई लोगों की जान बचाई गई। शिक्षक इस सेवा यज्ञ में शामिल हुए हैं। सीपीआर को चिकित्सा विज्ञान की विशिष्ट तकनीकों के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। आपातकाल के दौरान दिल का दौरा पडऩे की स्थिति में, एक नागरिक सिरिंज का उपयोग करके सीपीआर देकर डॉक्टर की भूमिका निभा सकता है। शिक्षा मंत्री ने अनुरोध किया कि मात्र चार से पांच मिनट का यह सीपीआर प्रशिक्षण प्रत्येक नागरिक को प्राप्त करना चाहिए।


इस अवसर पर विधायक पूर्णेशभाई मोदी, डॉक्टर सेल के अध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र महिदा, डॉ. चेतनभाई पटेल, उपाध्यक्ष डॉक्टर सेल, धनेशभाई शाह, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गणेश गोवेकर, आरएमओ डॉ. केतन नायक, नर्सिंग काउंसिल के इकबाल कड़ीवाला, डॉक्टर सेल के केतनभाई पटेल, उपाध्यक्ष डॉ. प्रियंका सोलंकी, जिला शिक्षा अधिकारी श्री दीपकभाई दर्जी, शिक्षा निरीक्षक, बीआरसी – सीआरसी, एनेस्थीसिया टीम, सिविल अस्पताल टीम, विभिन्न स्कूलों के प्राचार्य और शिक्षक प्रशिक्षण में सूरत जिले के अधिकारी उपस्थित थे।

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