विश्व पर्यावरण दिवस पर निरंकारी भक्तो ने सापुतारा में किया पौधारोपण एवं फैलाई स्वच्छता की महक

सूरत। संत निरंकारी मिशन ने विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य पर आज 18 पर्वतीय पर्यटक स्थलों पर वृक्षारोपण एवं स्वच्छता चलाया गया।
सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के आशीर्वाद से ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ के तहत सापुतारा में निरंकारी सेवादार भक्तों ने 100 से ज्यादा पौधे लगाए एवं स्वच्छता की महक फैलाई। मिशन के युवा स्वयंसेवक ‘बीट प्लास्टिक पोल्युशन’ की थीम पर नुक्कड़ नाटिकाओं की सुंदर प्रस्तुति करके लोगों को पर्यावरण संकट के प्रति जागरूक करवाया गया। सभी स्वयंसेवक तख्तियां एवं बैनर पर्यावरण संरक्षण के संदेशों का उपयोग करके मानव श्रृंखला भी बनाई।
संत निरंकारी मिशन वर्ष 2014 से ही संयुक्त राष्ट्र के ‘युनाईटेड नेशन एनवाईरनमेंट प्रोग्राम‘ पर्यावरण कार्यक्रम की थीम पर ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ आयोजित किया गया, हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी निरंकारी मिशन द्वारा संपूर्ण भारतवर्ष के 18 पर्वतीय पर्यटक स्थलों, जिनमें गुजरात के सापुतारा का समावेश था। अन्य राज्यों में महाराष्ट्र के महाबलेश्वर, पंचगनी, खंडाला, लोनावाला, पन्हाला, सोमेश्वर उत्तराखंड से मसूरी, ऋषिकेश, लैंसडाउन, नैनीताल, चकराता, भवाली, हिमाचल प्रदेश का शिमला, मनाली, धर्मशाला, सिक्किम के गीजिंग शहर और कर्नाटक की नंदी हिल्स जैसे पर्वतीय स्थलों पर पौधारोपण एवं स्वच्छता अभियान चलाया गया।
दक्षिण गुजरात के प्रभारी श्री ओंकार सिंह ने कहा कि आज जब पृथ्वी ग्लोबल वाॅर्मिंग की समस्या से जूझ रही है, तो ऐसे समय में वृक्षारोपण का महत्व ओर अधिक बढ़ गया है। वर्ष 2020 से कोरोना संकट ने हम सभी को प्रकृति की अमूल्य देन, प्राण वायु अर्थात् ऑक्सीजन का महत्व समझाया। साथ ही इसकी कमी से उत्पन्न होने वाले सभी दुष्प्रभावों से भी हमें भली भांति अवगत करवाया। ज्ञात रहे कि मनुष्य का जीवन जिस प्राण वायु पर आधारित है वह हमें इन वृक्षों से ही प्राप्त होती है। अतः इनका संरक्षण करना न केवल हमारा कर्तव्य है अपितु हमारे जीवन के लिए भी महत्वपूर्ण है।
वापी सेक्टर के संयोजक श्री सुरेशभाई सोलंकी ने पौधे लगाने वाले सभी सदस्यों को बधाई देते हुए कहा कि धरती को सुंदर बनाने हेतु एक प्रशंसनीय एवं सराहनीय कदम है जिस पर चलकर धरती को और अधिक स्वच्छ, सुंदर एवं निर्मल बनाया जा सकता है।

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