सूरत| युगप्रधान आचार्यसम पन्यास श्री चन्द्रशेखरविजयजी म.सा. प्रेरित श्री सहस्रफना पार्श्वनाथ पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट सूरत पिछले तीन दशकों से अखंड, निर्बाध और ऐतिहासिक सेवा कार्य कर रहा है।संस्था करुणा, जीवनदान और धर्मनिष्ठा के क्षेत्र में अद्वितीय कार्य कर रही है। सूरत का एक भी नागरिक भूखा न रहे, इस उद्देश्य से पिछले तीन दशकों से प्रतिदिन 2000 से अधिक भूखे लोगों को भोजन कराया जा रहा है।
संस्था ने 5 वर्षों तक सूरत के शहरी प्राथमिक विद्यालयों में पूरे वर्ष निःशुल्क स्टेशनरी किट वितरित कर एक इतिहास रचा है। वर्ष 2012 में 300 से अधिक नगर प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले 80000 से अधिक बच्चों को निःशुल्क स्टेशनरी किट वितरित किये गये। इसी प्रकार वर्ष 2013 में 300 से अधिक विद्यालयों में 200000 (दो लाख) से अधिक बच्चों, वर्ष 2022 में 105 से अधिक विद्यालयों में 55000 से अधिक बच्चों, वर्ष में 120 विद्यालयों में 60,000 से अधिक बच्चों को स्टेशनरी किट वितरित किये गये हैं। 2023 और वर्ष 2024 में 110 स्कूलों में 50000 से अधिक बच्चे। संस्था अब तक लाखों बच्चों को स्टेशनरी किट वितरित कर चुकी है।
इस कार्य में कई धर्मार्थ जैन संगठन और 1000 से अधिक कार्यकर्ता सेवा दे रहे हैं। इस वर्ष, संगठन ने इन स्टेशनरी किटों को डांग जिले के आदिवासी स्कूलों के हजारों बच्चों और सूरत से अहमदाबाद मार्ग पर विहारधाम स्कूलों में भी वितरित किया, जहां जैन श्रमण-श्रमणी भगवंत रहते हैं। स्कूल में पढ़ने वाले सभी जैन छात्रों की स्कूल फीस सूरत में श्री सहस्रफना पार्श्वनाथ ट्रस्ट श्री रत्नसागरजी जैन स्कूल द्वारा प्रदान की जाती है, जिसके संस्थापक संघ स्थविर, वचनसिद्ध श्री सिद्धसूरीश्वरजी महाराजा हैं। साथ ही अन्य धार्मिक परिवारों पर भी देवगुरु की असीम कृपा से संस्था द्वारा ऐसे सेवा कार्य प्रतिवर्ष बढ़ते रहते हैं।