सीबीआई की इस महिला अधिकारी के हाथ है मिशन चोकसी की कमान

नई दिल्ली । भारत से हजारों करोड़ का घोटाला कर के भागे मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण को लेकर भारत हर संभव कोशिश करने में जुटा है। बुधवार यानी आज चोकसी के मामले की डोमिनिका की कोर्ट में सुनवाई होनी है। ऐसे में अगर चोकसी को भारत प्रत्यर्पित किया जाता है तो, उसे भारत लाने की जिम्मेदारी सीबीआई ऑफिसर शारदा राउत की होगी। शारदा राउत, पंजाब नेशनल बैंक यानी पीएनबी मामले की जांच की अगुवाई कर रही हैं और मेहुल चोकसी को वापस लाने के मिशन में भी वह अहम भूमिका में हैं। राउत एक अन्य सीबीआई ऑफिसर समेत 6 अधिकारियों के साथ डोमिनिका में ही हैं। अगर डोमिनिका की कोर्ट मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण का आदेश देती है, तो उसे भारतीय अधिकारियों द्वारा प्राइवेट जेट से नई दिल्ली लाया जाएगा। चोकसी को भारत लाने वाली टीम का नेतृत्व शारदा राउत ही कर रही हैं। शारदा राउत महाराष्ट्र से 2005 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। भारतीय अधिकारियों ने इस दौरान डोमिनिका के प्रशासन के साथ कई दौर की बैठकें की हैं ताकि बुधवार को जब सुनवाई हो तो भारत का पक्ष मजबूती से रखा जा सके। बुधवार शाम को मेहुल चोकसी की आपराधिक गतिविधियों की जानकारी के साथ ईडी का हलफनामा डोमिनिका की कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा। इन दस्तावेजों के जरिए यह बताया जाएगा कि कैसे मेहुल चोकसी भारत का नागरिक है और किस आधार पर उसे भारत प्रत्यर्पित करना चाहिए। डोमिनिका के वकीलों के जरिए ईडी और सीबीआई वहां की कोर्ट को यह समझाने की कोशिश करेगी कि उनकी हिरासत में जो आदमी है वह भारत में जनवरी 2018 से ही वांछित है और इंटरपोल की ओर से जारी रेड नोटिस के आधार पर उसे तत्काल भारत प्रत्यर्पित कर देना चाहिए। मेहुल चोकसी ने नवंबर 2017 में एंटीगुआ की नागरिकता ली थी लेकिन उसने आज तक भारत की नागरिकता नहीं छोड़ी है। इसलिए वह अभी भी भारतीय नागरिक है। अधिकारी यह भी कोशिश कर रहे हैं कि डोमिनिका की अदालत में कानूनी पेच में फंसकर चोकसी का मामला लंबित न रह जाए, नहीं तो उसे भारत लाने के लिए और इंतजार करना पड़ सकता है। बता दें कि 25 मई को चोकसी के एंटीगुआ से लापता होने की खबरें मिली थीं। इसके बाद उसे डोमिनिका की पुलिस ने अवैध रूप से क्षेत्र में घुसने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। वहीं, मेहुल चोकसी का आरोप है कि उसे एंटीगुआ से भारतीय और स्थानीय अधिकारियों ने मिलकर अगवा किया, पीटा और फिर उसे षड्यंत्र के तहत डोमिनिका ले गए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *