भारत मे 1 जनवरी को बदलता वर्ष या कैलेंडर

लेखिका दीप्ति डांगे, मुंबई वर्तमान में दुनिया के अधिकतर देश 1 जनवरी से नया साल मनाते हैं। लेकिन प्राचीन काल मे, रोमन कैलेण्डर में वर्ष का शुभारम्भ 1 मार्च से होता था। और वर्ष मात्र 10 माह होते थे। रोम का सबसे पुराना कैलेंडर वहां के राजा न्यूमा पोंपिलियस के समय का माना जाता है।1…

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आइए मिलते हैं उनसे….सूरत के विकास में प्रतिभाशाली योगदानकर्ता “घनश्यामभाई शर्मा”

शिव शक्ति स्वीट्स एंड स्नैक्स का अर्थ है घनश्यामभाई शर्मामहान व्यवसाय के प्रति मानवीय दृष्टिकोण के साथ समाज सेवा के आदर्शों को मूल रूप देने वाले घनश्यामभाई शर्मा पवित्र जीवन के आदर्शों में विश्वास रखते हैं। इसके साथ ही घनश्यामभाई शर्मा ने एक सफल प्रबंधक के रूप में एक विशिष्ट प्रतिष्ठा स्थापित की है। 68…

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वस्तुएं खरीदने की सामर्थ्यता

कोविड के बीच खुशियों की पारीबच्चे कर रहे दिवाली की तैयारीवित्तीय हालत ख़राब है वस्तुएं खरीदने कीसामर्थ्यता नहीं है हमारी कोविड ने ऐसी आर्थिक छड़ी मारीधरी रह गई त्योहारों की फुलवारीकोविड के बीच फ़िर आई त्योहारों की बारीवस्तुएं खरीदने की सामर्थ्यता नहीं हमारी कैसे बताएं बच्चों से व्यथा हमारीखाली जेब है जमा पूंजी गई हमारीरिश्तेदार…

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स्वच्छ एवं विकसित राष्ट्र हेतु स्वच्छता अभियान सबसे पहले भारत की राजनीति में जरूरी?? या सड़कों पर??

भारत में स्वच्छता अभियान का आरंभ नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 2014 में की गया था, भारत को साफ सुथरा देखना गांधीजी का सपना था। गाँधी जी भारत को साफ और स्वच्छ देखना चाहते थे ।लेकिन शायद गांधीजी को जरा भी आभास ना हुआ होगा कि, भविष्य में भारत को सिर्फ साफ सफाई वाली स्वच्छता…

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योग और ध्यान-अभ्यास : संत राजिन्दर सिंह जी महाराज

योग सृष्टि की शुरूआत से ही भारत की प्राचीन संस्कृति का एक अहम हिस्सा रहा है। प्राचीन काल के ऋषि-मुनियों ने योग के महत्त्व का जिक्र अनेक धर्मग्रंथों में किया है।आज के आधुनिक युग की इस भाग-दौड़ भरी जिंदगी में हमारे खान-पान व रहन-सहन में कई बदलाव आए हैं जिनके कारण हमें ब्लड प्रेशर, शुगर,…

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498A और अन्य महिला उत्पीड़न विरोधी कानून का उपयोग महिला अपनी सुरक्षा के लिए करती है या फिर कानून के नाम पर ब्लैकमेल करके ससुराल में अपनी मनमानी चलाने को करती है?

लेखक – रविभाई ठक्कर हमारे देश की संसद ने महिलाओं का मानसिक एवं शारीरिक उत्पीड़न, दहेज उत्पीड़न,  एवं घरेलू हिंसा से उत्पीड़न को रोकने के लिए 498A के समेत महिलाओं की तरफदारी में अन्य कई कानून बनाए हैं।  लेकिन पिछले कुछ सालों से महिलाओं की तरफदारी में बनाए गए कानून का दुरउपयोग महिलाएं सास-ससुर एवं…

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