नई दिल्ली । सीबीआई का अगला निदेशक चुनने के लिए प्रधानमंत्री आवास पर समिति की बैठक आयोजित की गयी है। भारत के प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बनी समिति की लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी भी शामिल हैं और इस समिति को केंद्रीय जांच ब्यूरो का अगला निदेशक (डायरेक्टर) चुनना है। समिति को चार वरिष्ठतम बैचों (1984-87) के आईपीएस अधिकारियों में से किसी एक को अगला सीबीआई प्रमुख चुनना है।करीब चार माह की देर के बाद यह बैठक आयोजित हुई है।
सीबीआई प्रमुख की दौड़ में मुख्य रूप से असम-मेघालय कैडर के 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी और एनआईए के महानिदेशक वायसी मोदी, गुजरात कैडर के बीएसएफ के डीजी राकेश अस्थाना और हरियाणा कैडर के आईटीबीपी के डीजी एसएस देसवाल शामिल हैं। इसके अलावा यूपी के डीजीपी एससी अवस्थी, केरल के डीजीपी लोकनाथ बेहरा, रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के डीजी अरुण कुमार और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के डीजी एसके जायसवाल भी दावेदारी में हैं। कमेटी कुल मिलाकर 1984-87 बैच के 100 अधिकारियों के नामों पर विचार किया जाएगा।
कमेटी वरिष्ठता, ईमानदारी और भ्रष्टाचार निरोधक केसों की जांच के अनुभव के आधार वरिष्ठतम बैचों के आईपीएम अधिकारियों में से सीबीआई डायरेक्टर का चयन करेगी। सीबीआई डायरेक्टर के तौर पर चुना गया अफसर, पदभार ग्रहण करने के बाद कम से कम दो साल की अवधि तक इस जांच एजेंसी का कार्यभार संभालेगा। दो साल की अवधि पूरा करने के बाद आरके शुक्ला इस साल फरवरी में सीबीआई डायरेक्टर पद से रिटायर हुए थे। सीबीआई के एडीशनल डायरेक्टर प्रवीण सिन्हा पूर्णकालिक नियुक्ति होने तक फिलहाल सीबीआई के प्रमुख का कार्य संभाल रहे हैं।