आईआईएफएल फाइनेंस के एनसीडी इश्यू प्रतिवर्ष 10.03% ब्याज प्रस्तुत कर रहे हैं

भारत की सबसे बड़ी नाॅन-बैंकिंग फाईनेंस कंपनियों में से एक, आईआईएफएल फाईनेंस व्यवसाय की वृद्धि एवं पूंजी के विस्तार के लिए 1000 करोड़ रु. एकत्रित करने के उद्देश्य से 03 मार्च, 2021 को बाॅन्ड्स का पब्लिक इश्यू जारी करेगा। ये बाॅन्ड अत्यधिक सुरक्षा के साथ 10.03 प्रतिशत का रिटर्न प्रस्तुत करेंगे।
फेयरफैक्स एवं सीडीसी ग्रुप द्वारा समर्थित आईआईएफएल फाईनेंस 100 करोड़ रु. के आधार के साथ अनसिक्योर्ड रिडीमेबल नाॅन-कन्वर्टिबल डिबेंचर (एनसीडी) जारी करेगा और 900 करोड़ रु. तक का ओवर-सब्सक्रिप्शन रिटेन करने के लिए ग्रीन-शू विकल्प प्रस्तुत करेगा (कुल मिलाकर 1,000 करोड़ रु. हो जाएंगे)।
आईआईएफएल बाॅन्ड 87 महीनों की अवधि के लिए 10.03 प्रतिशत प्रतिवर्ष का सर्वाधिक रिटर्न प्रस्तुत करते हैं। यह एनसीडी मासिक, वार्षिक एवं परिपक्वता पर, तीन विकल्पों में उपलब्ध है।
मौजूदा परिदृश्य में, आईआईएफएल फाईनेंस बाॅन्ड्स द्वारा प्रस्तुत की जा रही ब्याज दर अन्य ऋण उत्पादों की तुलना में बहुत आकर्षक है। लिक्विड फंड औसतन 2.8 प्रतिशत-3 प्रतिशत का औसत कुल रिटर्न देते हैं, अल्ट्रा शाॅर्ट टर्म फंड लगभग 3 से 3.5 प्रतिशत का औसत कुल रिटर्न देते हैं, शाॅर्ट टर्म फंड 4 से 4.25 प्रतिशत का औसत कुल रिटर्न देते हैं, जबकि बैंक मौजूदा समय में 3 साल के फिक्स्ड डिपाॅज़िट पर लगभग 5.1 प्रतिशत का रिटर्न दे रहे हैं।
ये 10.03 प्रतिशत की ब्याज दर 87 महीनों के लिए लाॅक इन हो जाएगी। यह एक बड़ा फायदा है क्योंकि कोविड के पश्चात अगले कुछ सालों तक लिक्विडिटी आसान रहेगी और ज्यादातर विशेषज्ञों का मानना है कि ब्याज दर गिर सकती है और एक अच्छी ब्याज दर लाॅक करना बड़ा फायदेमंद होगा। आज 10 साल की गवर्नमेंट सिक्योरिटीज़ पर ब्याज दर 6 प्रतिशत है।
इसे क्राईसिल द्वारा एए एवं ब्रिकवर्क द्वारा एए$ की क्रेडिट रेटिंग मिली है। संकट के दौरान आईआईएफएल फाईनेंस को एजेंसीज़ द्वारा प्रमाणित किया गया, जिससे प्रदर्शित होता है कि वित्तीय दायित्वों की समय पर सर्विसिंग के लिए इन इंस्ट्रूमेंट्स की सुरक्षा अत्यधिक और सबसे कम क्रेडिट जोखिम है।
राजेश रजाक, सीएफओ, आईआईएफएल फाईनेंस ने कहा, ‘‘भारत में 2500 शाखाओं की मजबूत पहुंच एवं एक विस्तृत डाईवर्सिफाईड रिटेल पोर्टफोलियो के साथ आईआईएफएल फाईनेंस सेवाओं से वंचित लोगों की क्रेडिट की जरूरत को पूरा करता है। एकत्रित किए गए फंड्स का उपयोग इस तरह के और ज्यादा ग्राहकों की क्रेडिट की जरूरत को पूरा करने और हमारे डिजिटल प्रोसेस ट्रांसफाॅर्मेशन को गति देने के लिए किया जाएगा, ताकि एक सुगम अनुभव का निर्माण हो।
उन्होंने कहा, ‘‘आईआईएफएल का 25 सालों से ज्यादा समय का बेहतरीन ट्रैक रिकाॅर्ड रहा है और सभी बाॅन्ड इश्यू एवं डेब्ट के दायित्व सदैव समय पर पूरे किए गए हैं।’’
आईआईएफएल फाईनेंस भारत की सबसे बड़ी रिटेल-केंद्रित फाईनेंशल सर्विसेस कंपनियों में से एक है। आईआईएफएल फाईनेंस के लोन एस्सेट अंडर मैनेजमेंट 42,264 करोड़ रु. हैं। इसकी 90 प्रतिशत बुक रिटेल है, जो छोटे टिकट लोन पर केंद्रित है।
आईआईएफएल फाईनेंस का सकल एनपीए 1.61 प्रतिशत और कुल एनपीए 0.77 प्रतिशत है। दिसंबर, 2020 के अंत में कुल कैपिटल एडिक्वेसी अनुपात (सीएआर) 21.4 प्रतिशत था, टियर 1 कैपिटल 18 प्रतिशत थी, जबकि इसके लिए वैधानिक जरूरत क्रमशः 15 प्रतिशत और 10 प्रतिशत है। वित्तवर्ष21 की तीसरी तिमाही में आईआईएफएल फाईनेंस ने 268 करोड़ रु. का प्राॅफिट आफ्टर टैक्स दर्ज किया, जो 18.4 प्रतिशत की ईक्विटी पर मजबूत रिटर्न के साथ साल में 47 प्रतिशत ज्यादा था। इसके विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों के साथ मजबूत संबंध हैं।
इश्यू के लीड मैनेजर एडेलवीस फाईनेंशल सर्विसेस लिमिटेड, आईआईएफएल सिक्योरिटीज़ लिमिटेड, ईक्विरस कैपिटल प्राईवेट लिमिटेड हैं। निवेशकों को लिक्विडिटी प्रदान करने के लिए एनसीडी बीएसई लिमिटेड और नेशनल स्टाॅक एक्सचेंज आॅफ इंडिया लिमिटेड (एनएसई) पर सूचीबद्ध है। आईआईएफएल बाॅन्ड्स 1000 रु. की फेस वैल्यू पर जारी किए जाएंगे और सभी श्रेणियों में एप्लीकेशन का न्यूनतम आकार 10,000 रु. है। पब्लिक इश्यू अर्ली क्लोज़र के विकल्प के साथ 03 मार्च, 2021 को खुलेगा और 23 मार्च, 2021 को बंद होगा। इसका अलाॅटमेंट पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *