सूरत-गुजरात स्थित केपी ग्रुप की 25 साल पुरानी फ्लेगशीप( मुख्य) कंपनी, केपी ग्रीन इंजीनियरिंग लिमिटेड का SME प्लेटफॉर्म पर सबसे बड़ा 189.50 करोड़ रुपये का आईपीओ आ रहा है। इसका पहला रोड शो(इन्वेस्टर, ब्रोकर मीट) सूरत के ली-मेरिडियन होटल में आयोजित किया गया था। विभन्न कंपनियों का पहला रोड शो अब तक, दिल्ली या मुंबई में आयोजित हुआ है लेकिन इस कंपनी का मुख्यालय सूरत में होने के कारण एक नई प्रथा पर अमल किया जा रहा है। कंपनी दि. 22 मार्च को बेल सेरेमनी (समारोह) का आयोजन भी सूरत में ही करने वाली है।
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए केपी ग्रुप के अध्यक्ष-प्रबंध निदेशक डाँ. फारूक जी. पटेल ने कहा कि, आईपीओ के लिए प्रत्येक ₹5/- फैस वैल्यू के साथ प्रति इक्विटी शेयर ₹137/- से ₹144/- का प्राइस बैंड तय किया गया है। यह आईपीओ सबस्क्रिप्शन के लिए शुक्रवार, 15 मार्च, 2024 को खुलेगा और मंगलवार, 19 मार्च, 2024 को बंद होगा। इससे पहले हमारी दो कंपनियां शेयर बाजार में आ चुकी हैं। जिसमें केपी एनर्जी लि. का लिस्टिंग वर्ष 2016 में हुआ था। केपी एनर्जी का मार्केट कैप आज 2638 करोड़ रुपये है। एक अन्य कंपनी KPI ग्रीन एनर्जी लिमिटेड का लिस्टंग वर्ष 2019 में हुआ था। इस कंपनी का मार्केट कैप 10404 करोड़ रुपये है। हमने सोचा था कि, डॉलर जितनी हमारी कीमत होगी और KPI ग्रीन का एक रुपया ठीक 84 रुपये हो गया। यही हमारा प्रदर्शन रहा है। केपी ग्रुप का 150 अरब रु. से अधिक का बिज़नेस एम्पायर(कारोबार साम्राज्य) है। दोनों कंपनियां नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र, सौर-पवन ऊर्जा और हाइब्रिड में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं और जिसका आईपीओ ला रहे हैं, वो केपी ग्रीन इंजीनियरिंग, बीते 25 वर्षों से काम कर रही है। इसलिए मैं निश्चित रूप से कहूंगा कि, यह अच्छा प्रदर्शन ही करेगी। हम प्रधानमंत्री मोदी के नवीकरणीय क्षेत्र में 2030 तक 500 गीगावॉट के लक्ष्य तक पहुंचने और अन्य देशों पर देश की निर्भरता को कम करने के लिए आक्रामक रूप से आगे बढ़ रहे हैं।
नई फ़ैक्टरी का निर्माण कार्य जारी :
केपी ग्रीन इंजीनियरिंग लिमिटेड के पूर्णकालिक निदेशक मोइनुल कड़वा ने कहा कि, कंपनी भरूच जिले के मातर गांव में एक बड़ी फैक्ट्री का निर्माण कर रही है। इसमें उत्पादन सुविधा की कुल परियोजना लागत रु. 174.04 करोड़ रुपये है। ऑफर के माध्यम से जुटाई जाने वाली राशि में से हमने 156.14 करोड़ रुपये तक की राशि का उपयोग करने का प्रस्ताव रखा है। हाल में डभासा में 2 लाख वर्ग फुट में फैली फैक्ट्री में प्रति वर्ष 53,000 मीट्रिक टन की क्षमता है, यह नई इकाई मातर में वार्षिक 294,000 मीट्रिक टन की क्षमता के साथ उत्पादन सुविधा का विस्तार करने की योजना है। 31 दिसंबर, 2023 तक कंपनी के पास अंदाजित 233.91 करोड़ रुपये की कुल ऑर्डर बुक वैल्यू के साथ 69 प्रोजेक्टस(परियोजनाएं) हैं।
इन हाउस फैसिलिटी :
वर्ष 2001 में स्थापित, केपी ग्रीन इंजीनियरिंग कंपनी हॉट-डिप गैल्वनाइज्ड स्टील उत्पादों के निर्माण में अग्रणी है। इसकी व्यापक उत्पाद श्रृंखला में लेटीस टॉवर स्ट्रक्चर्स, सबस्टेशन स्ट्रक्चर्स, सौर मॉड्यूल माउंटिंग स्ट्रक्चर्स, केबल ट्रे, अर्थिंग स्ट्रिप्स, बीम क्रैश बैरियर और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर सोलुशन शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, यह ऑप्टिकल फाइबर केबल, गैल्वनाइजिंग जॉब वर्क और सौर इन्स्टोलेशन सेवाओं के लिए फॉल्ट रेक्टिफिकेशन सर्विसेज (FRT) प्रदान करता है। यह नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र का समर्थन करने वाले फैब्रिकेशन सौर एमएमएस स्ट्रक्चर्स, विंड लेटीस टावरों, ट्रांसमिशन टावरों, पोल का भी निर्माण करती है।
कंपनी का वित्तीय प्रबंधन :
वित्तिय वर्ष 2023 में केपी ग्रीन इंजीनियरिंग लिमिटेड ने 12.40 करोड़ रुपए का लाभ दर्ज किया था, जो पीछले साल के 4.54 करोड़ से बढ़कर लाभ में 2.73 गुना बढ़त दर्शाता है। FY23 के दौरान आय, पीछले साल के 77.70 करोड़ रु. की तुलना में उल्लेखनीय रूप से बढ़कर 114.21 करोड़ हुई है, जो 47% की वृद्धि दर्शाती है। इसका मुख्य कारण उत्पादों और सेवाओं की बिक्री से आय में बढ़ोतरी है। कंपनी ने सितंबर-2023 तक केवल 6 महीनों में वित्तिय वर्ष 2022-23 के लगभग समान आय और PAT हासिल कर लिया है। सितंबर में समाप्त छह महीनों में परिचालन संचालन से आय रु. 103.93 करोड़ थी और कर के बाद का लाभ रु. 11.27 करोड़ था।