मुंबई- जर्मन स्‍पेशियल्‍टी केमिकल्‍स कंपनी लैंक्‍सेस ने आज मुंबई के ठाणे में अपने इंडिया ऐप्‍लीकेशन डेवलपमेंट सेंटर (आईएडीसी) का उद्घाटन किया है। कंपनी ने नवाचार एवं ग्राहक सेवा के मामले में अपनी क्षमताओं को मजबूत‍ किया है। लैंक्‍सेस हाउस का एक पूरा फ्लोर इस सेंटर को मिला है और यह दो व्‍यवसाय इकाइयों के लिये एक हब का काम करेगा। भविष्‍य में इसका विस्‍तार भी किया जा सकेगा।  

उद्घाटन समारोह में लैंक्‍सेस एजी के बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट के चेयरमैन मथायस झकर्ट ने कहा, ‘‘लैंक्‍सेस के लिए भारत तरक्‍की का एक महत्‍वपूर्ण क्षेत्र है, जहाँ सहयोग एवं नवाचार के लिए अपार संभावनाएं हैं। नया एप्लीकेशन डेवलपमेंट सेंटर हमारे स्थानीय ग्राहकों की जरूरतों के लिए विशेष रूप से तैयार समाधानों की आपूर्ति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दिखाता है। इससे होने वाली वृद्धि स्वाभाविक और नवाचार के आधार पर होगी। मैं इस बात से भी उत्साहित हूं कि भारत के लिए यह महत्वपूर्ण उपलब्धि एक कंपनी के तौर पर हमारी 20वीं सालगिरह पर हासिल हो रही है। यह दोहरे जश्न का मौका है।’’

आईएडीसी दिखाता है कि लैंक्‍सेस भारत को एक महत्‍वपूर्ण बाजार एवं नवाचार के केन्‍द्र के तौर पर रणनीतिक नजर से देखती है। यह कंपनी की क्षमता बढ़ाएगा, ताकि वह स्‍थानीय आवश्‍यकताओं के लिये तैयार उच्‍च-महत्‍व वाले एवं विशिष्‍ट समाधान दे सके। इसके पहले चरण में भारत के दो प्रमुख व्‍यवसायों की विशेषज्ञता को जोड़ा जाएगा: लुब्रिकेंट एडिटिव्‍स (हाई-परफॉर्मेंस एडिटिव्‍स और एडिटिव सिस्‍टम्‍स, सिंथेटिक बेस फ्लूड्स और रेडी-टू-यूज़ लुब्रिकेंट्स) और मटेरियल प्रोटेक्‍शन प्रोडक्‍ट्स (एंटीमाइक्रोबियल, डिसइंफेक्‍शन और प्रीजर्वेशन सॉल्‍यूशंस)।

उदाहरण के लिये, इससे ग्राहकों को लुब्रिकेंट्स के घर्षण एवं टूटने के आधुनिक अध्‍ययनों का फायदा होगा। इसमें नये मटेरियल्‍स का सिंथेसिस (संश्‍लेषण) और परीक्षण तथा पेंट्स, इमल्‍शंस और जल-आधारित अन्‍य रसायन-शास्‍त्रों (केमिस्‍ट्रीज) के एंटीमाइक्रोबियल प्रदर्शन का अध्‍ययन भी होगा! 

लैंक्‍सेस इंडिया के वाइस चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्‍टर नमितेश रॉय चौधरी ने कहा, ‘‘आईएडीसी को स्‍थापित कर हम अपनी विशेषज्ञता को अपने भारतीय ग्राहकों के ज्‍यादा करीब पहुँचा रहे हैं। यह सेंटर न केवल नवाचार का समर्थन करेगा, बल्कि बाजार के विकसित हो रहे प्रचलनों पर तेज गति तथा सटीकता के साथ काम करने के लिये हमारी क्षमता भी बढ़ाएगा।’’

आईएडीसी की स्‍थापना एक स्‍पेशियल्‍टी केमिकल्‍स कंपनी के तौर पर लैंक्‍सेस के बदलाव के अनुकूल है। यह पर्यावरण के अनुकूल यातायात या उपभोक्‍ता सुरक्षा जैसे महत्‍वपूर्ण प्रयोगों के लिये व्‍यवसाय के कम चक्रीय क्षेत्रों तथा समाधानों पर केन्द्रित है। भारत का बढ़ता औद्योगिक आधार और लगातार बढ़ रहे उपभोक्‍ता बाजार इसे इस तरह की प्रगति के लिये आदर्श प्‍लेटफॉर्म बनाते हैं।

लैंक्‍सेस की भारत में उपस्थिति काफी लंबे समय से है। यहां इसकी सभी 10 व्‍यवसाय इकाइयाँ है और करीब 800 कर्मचारी काम करते हैं। कंपनी उत्‍पादन के दो केन्‍द्र चलाती है: एक गुजरात के झागडिया में है, जहाँ रीन केमी, लिक्विड प्‍यूरीफिकेशन टेक्‍नोलॉजीस और मटेरियल प्रोटेक्‍शन प्रोडक्‍ट्स बनते हैं और दूसरी मध्‍यप्रदेश के नागदा में है, जिसे फ्लेवर्स और फ्रैगरेंस में विशेषज्ञता हासिल है।.

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