नई दिल्ली । अब तक सरकार के कामकाज की यह परंपरा रही है कि किसी नए मंत्री के कुर्सी संभालने के बाद मंत्रालय के अधिकारी मंत्री को कामकाज के बारे में प्रस्तुति देकर समझाते हैं। लेकिन सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अधिकारी उस समय हैरान रह गए जब पदभार संभालने के बाद प्रस्तुति अधिकारियों ने नहीं, बल्कि खुद मंत्री अनुराग ठाकुर देने लगे। यह प्रस्तुति पूरी तैयारी के साथ दी गई और इसमें मीडिया को खबर कैसे दें और उसकी पेशेवर जरूरतों को कैसे पूरा करें इस पर विस्तार से चर्चा हुई। नए सूचना और प्रसारण मंत्री ने अपने अधिकारियों को प्रेस नोट लिखने के नए तौर-तरीकों और बदलते दौर में मीडिया की जरूरतों पर चर्चा की है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मीडियाकर्मियों को भेजे जाने वाले प्रेस नोट छोटे रखें, क्योंकि उनके पास पीआईबी या मंत्रालय की ओर से भेजे जाने वाले बड़े और विस्तार वाले नोटों को देखने का समय नहीं है। इसलिए प्रेस नोट संक्षिप्त और स्पष्ट होने चाहिए। अनुराग ठाकुर ने प्रेस नोट की हेडलाइन को लिखे जाने के बारे में भी अधिकारियों को एक अनुभवी संपादक की तरह समझाया। उन्होंने कहा कि हेडलाइन इस तरह लिखें जिसे पढ़ते ही समझ में आ जाए कि प्रेस नोट किस बारे में है, ठीक उसी तरह जैसे मीडिया संस्थानों की ओर से प्रकाशित या प्रसारित खबरों की हेडलाइन को पढ़ने के बाद यह पता चल जाता है कि खबर किस बारे में है। उन्होंने अधिकारियों को अपने संदेशों को स्पष्ट और प्रभावी बनाने के टिप्स दिए। 7 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में हुए फेरबदल के बाद अनुराग ठाकुर को सूचना और प्रसारण मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। पदभार संभालने के बाद उन्होंने कहा था कि मंत्रालय के माध्यम से जनता तक पहुंचने पर उनका सबसे ज्यादा ध्यान रहेगा।