सूरत. शहर के युवा आंत्रप्रिन्योर और अटारा कंपनी के स्थापक स्वप्निल जैन और उनकी टीम ने दिवंगत उद्यमी और भारत रत्न रतन टाटा से प्रेरित होकर इस बार दीपावली पर युवाओं और समाज को नई राह दिखाई है। उन्होंने अपने कॉर्पोरेट क्लाइंट को दीपावली पर गिफ्ट नहीं देते हुए इसके लिए खर्च होने वाले रुपयों से बालाश्रम के बच्चों के जीवन में खुशी के पल लाने का प्रयास किया। स्वप्निल और उनकी टीम ने वेसू स्थित बालाश्रम पहुंचकर वहां के बच्चों के साथ समय बिताया और दीपावली का जश्न मनाया।
स्वप्निल ने बताया कि रतन टाटा से प्रेरित होकर और उन्हें श्रद्धांजिल अर्पित करने के उद्देश्य से उन्होंने यह पहल शुरू की है। इस बार बालाश्रम के बच्चों के साथ दीपावली की खुशियां बांटने का निर्णय किया। शनिवार को वे और उनकी पूरी टीम वेसू स्थित बालाश्रम पहुंची। यहां बच्चों को भोजन करवाया, उन्हें नए कपड़े भेंट किए और पटाखे जलाकर दीपावली मनाई। साथ ही बच्चे कुछ नया सीख सके इस उद्देश्य से आर्ट एण्ड क्राफ्ट वर्कशॉप का भी आयोजन किया गया।