अहमदाबाद | गुजरात विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है| भाजपा, कांग्रेस, आप समेत सभी राजनीतिक दल अपनी अपनी सियासी गोटियां बिछाने में व्यस्त हैं| गुजरात चुनाव में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविदं केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की एन्ट्री के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नितिश कुमार की एन्ट्री हो गई है| 27 साल पुराने मित्र बीटीपी और जेडीयू फिर एक बार साथ आ गए हैं| भारतीय ट्रायबल पार्टी (बीटीपी) और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने आज गठबंधन का ऐलान कर दिया| गुजरात के स्थानीय निकाय चुनाव में बीटीपी ने एआईएमआईएम के साथ गठबंधन किया था| जबकि विधानसभा चुनाव के लिए गुजरात की स्थापना दिवस पर आप के साथ बीटीपी ने गठबंधन किया था| हांलाकि कुछ समय बाद बीटीपी ने आप से गठबंधन तोड़ दिया था| अब गुजरात चुनाव के लिए बीटीपी ने जेडीयू के साथ गठबंधन किया है| जेडीयू के गुजरात प्रदेश प्रमुख विश्वजीत सिंघ ने सोमवार को झगडिया में बीटीपी चीफ छोटू वसावा के निवासस्थान पर उनसे मुलाकात की और बाद में गठबंधन का ऐलान किया| छोटू वसावा और विश्वजीतसिंघ ने कहा कि बाजपा, कांग्रेस और आप के 12 बजाने के लिए पहली बार 12 उम्मीदवारों की घोषणा की गई है| आगामी दिनों में बीटीपी और जेडीयू गठबंदन के उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की जाएगी| बीटीपी और जेडीयू का गठबंधन होने से बिहार के मुख्यमंत्री नितिन कुमार के अलावा उनकी पार्टी के नेता ललनसिंह, केसी त्यागी समेत अन्य नेता भी गुजरात में चुनाव प्रचार करने आएंगे| गौरतलब है छोटू वसावा जब जेडीयू में थे तब से अब तक कांग्रेस, भाजपा, एआईएमआई, आप के साथ विधानसभा, राज्यसभा समेत स्थानीय निकाय चुनाव में गठबंधन कर चुके हैं| अब फिर एक बार छोटू वसावा ने जेडीयू के साथ गठबंधन किया है| गुजरात में बीटीपी-जेडीयू का गठबंधन कितना सफल होता है यह चुनाव नतीजों में सामने आएगा|