मेट्रो केवल सफर के लिए नहीं, सफलता के लिए काम में आनी चाहिएः पीएम मोदी

अहमदाबाद | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की भेंट देने के अलावा अहमदाबाद मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के फेज-1 के लोकार्पण अवसर पर अहमदाबाद के दूरदर्शन केंद्र के निकट स्थित एईएस मैदान पर आयोजित समारोह में कहा कि आज का दिन 21वीं सदी के आधुनिक भारत, अर्बन कनेक्टिविटी और आत्मनिर्भर भारत के लिए ऐतिहासिक दिन है। देश की तीसरी और गुजरात की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन आज देश की जनता को उपलब्ध हुई है। उन्होंने कहा कि, “वंदे भारत ट्रेन में तीव्र गति की यात्रा के गौरवपूर्ण क्षणों का एहसास किया। देश में आगामी समय में ऐसी 75 वंदे भारत ट्रेन चलेगी।” वंदे भारत में यात्रा के अपने अनुभव को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा कि, “वंदे भारत ट्रेन के भीतर ध्वनि का अनुभव विमान की तुलना में सौवें हिस्से तक कम रहा। हम एक-दूसरे के साथ शांति से बात कर सकते थे। इसे देखते हुए मुझे लगता है कि सौ गुना शांत यात्रा के कारण हवाई जहाज में जाने वाले लोग भी वंदे भारत ट्रेन को प्राथमिकता देने लगेंगे।” गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अपने अनुभव का स्मरण करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि, “अहमदाबाद में हमने मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट से संबंधित एक इंटरनेशनल समिट आयोजित की थी। आज अहमदाबाद मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट का हब बना है, तब मेरे विचारों को साकार होते देख मुझे अहमदाबाद पर गर्व महसूस हो रहा है।” अमदावादी मिजाज की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि, “मुझे आशा है कि सर्वाधिक आर्थिक लाभदायी और तीव्र गति से एक स्थल से दूसरे स्थल पहुंचाने वाली इस मेट्रो का अमदावादी सबसे अधिक उपयोग करेंगे।” प्रधानमंत्री ने कहा कि गति और कनेक्टिविटी मौजूदा समय की मांग है, जो वंदे भारत ट्रेन और मेट्रो रेल प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि शहर लगातार आधुनिक बनने चाहिएं और इसके साथ ही ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी भी ऐसी होनी चाहिए जो आधुनिक हो तथा एक-दूसरे माध्यम को सपोर्ट करे। उन्होंने कहा कि गत आठ वर्षों में दो दर्जन से अधिक शहरों में मेट्रो शुरू हुई है या तेजी से उसका काम चल रहा है। उड़ान योजना के जरिए आज छोटे शहरों में भी हवाई यात्रा संभव हुई है। नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज गांधीनगर का रेलवे स्टेशन दुनिया के किसी भी एयरपोर्ट की तुलना में बेहतर है। दो दिन पहले ही अहमदाबाद के रेलवे स्टेशन को आधुनिक बनाने के प्रोजेक्ट को केंद्र की मंजूरी मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि गुजरात को डबल इंजन की सरकार का लाभ मिल रहा है। प्रधानमंत्री ने शहरों के विकास को लेकर केंद्र सरकार के फोकस और निवेश की बात करते हुए कहा कि शहर ही आगामी 25 वर्षों में विकसित भारत का निर्माण सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार केवल कनेक्टिविटी ही नहीं बल्कि मूलभूत सुविधाओं के विकास से लेकर आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने आगे कहा कि अहमदाबाद-गांधीनगर ट्विन सिटी का उत्तम उदाहरण है। आगामी समय में गुजरात और भारत में और अनेक ट्विन सिटी के निर्माण की योजना है। इसके अलावा, ग्लोबल बिजनेस को सपोर्ट करने वाली गिफ्ट सिटी जैसी मॉडर्न सिटी का विकास भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश गिफ्ट सिटी के विकास को देखकर उसकी प्रशंसा कर रहा है। गिफ्ट सिटी हजारों लोगों को रोजगार देने वाला केंद्र बन गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेट्रो जैसी परियोजना तैयार करने में इस बात को ध्यान में रखा जाता है कि किसी तरह से आम नागरिक की सुविधाओं में इजाफा हो और किस तरह उसे सीमलेस कनेक्टिविटी का लाभ उपलब्ध हो। सामान्य व्यक्ति की आवश्यकताओं का ख्याल रखते हुए देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की विकास यात्रा चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि गरीब लोग भी वंदे भारत ट्रेन को पसंद कर रहे हैं, क्योंकि इसमें लगेज के लिए अतिरिक्त स्थान होता है तथा यह ट्रेन शीघ्रता से गंतव्य तक पहुंचाती है, इसलिए उनकी टिकट का पैसा वसूल हो जाता है। नरेन्द्र मोदी ने अहमदाबाद मेट्रो का उल्लेख करते हुए कहा कि 32 किलोमीटर लंबा मेट्रो ट्रैक शुरू हुआ है, देश में पहली बार इतना लंबा ट्रैक अहमदाबादमें बना है, जो एक रिकॉर्ड है। मेट्रो के दूसरे चरण में गांधीनगर को अहमदाबाद के साथ कनेक्ट किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि शहर हों या रेलवे, पहले के समय में उनके विकास के लिए गंभीर प्रयास नहीं किए गए थे। पहले की सरकारों में चुनावी नफा-नुकसान का विचार करके प्रोजेक्ट तैयार किए जाते थे। आज की डबल इंजन सरकार ने इस मानसिकता को बदल दिया है। मजबूत और दूरदर्शितापूर्ण ढांचा तैयार करने पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत काल में हम विकसित भारत के लिए आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने को प्रयासरत हैं। उन्होंने शिक्षा व्यवस्था से जुड़े लोगों एवं अभिभावकों से अनुरोध करते हुए कहा कि, “अपने बच्चों को मेट्रो की यात्रा कराने ले जाएं तथा उन्हें मेट्रो और उसके निर्माण व टेक्नोलॉजी की बातें समझाएं। देश में टेक्नोलॉजी से कैसी प्रगति हो रही है, यह देख उनमें भी सफल इंजीनियर बनने और देश के लिए कुछ करने की भावना पैदा होगी।” उन्होंने जोर देकर कहा कि मेट्रो केवल सफर नहीं बल्कि सफलता के लिए काम आनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने भावपूर्वक कहा कि वंदे भारत ट्रेन को देखकर हम सभी के मन में मां भारती की तस्वीर उभरनी चाहिए। बच्चों को यह एहसास होना चाहिए कि यह उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए है। एक बार जब उन्हें यह बात समझ आ जाएगी, फिर कभी वे आंदोलनों से उद्वेलित होकर मेट्रो, ट्रेन या देश की संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।

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