
सूरत भूमि, सूरत।
बहेरापन एक बड़ी समस्या है। इस बीमारी से लाखों लोग ग्रस्त हैं। ऐसे में हियरिंग मशीन का उपयोग कर लोग इस समस्या से निजात पाने का प्रयास करते हैं। बाजार में कई तरह की है रिंग मशीनें उपलब्ध हैं लेकिन फीचर्स उपयोग को सीमित कर देते हैं। लेकिन बहरापन से पीड़ित व्यक्तियों का जीवन और भी आसान बनाने के लिए अब बाजार में क्रद्ग-॥द्गड्डह्म् के नाम से नए और आधुनिक फीचर्स के साथ नई हियरिंग मशीन उपलब्ध है। यह मशीन सिर्फ व्यक्ति की सुनने की क्षमता को ही नहीं बढ़ती बल्कि फोन से कनेक्ट कर इससे व्यक्ति फोन कॉलिंग के दौरान बातचीत भी कर सकता है और गाने भी सुन सकता है। यह मशीन सभी के बजट में हो ऐसे कीमत में फोन कनेक्टिविटी तथा रिचार्जेबल और सिर्फ फोन ऐप से प्रोग्राम की जा सके ऐसी है और इस मशीन को लेकर आई है गुजरात की कंपनी जो सभी के लिए गौरवपूर्ण बात है।
क्रद्ग-॥द्गड्डह्म् को लॉन्च करने वाले चेतन पटेल और जल्पेश पटेल सॉफ्टोन के डायरेक्टर ने बताया कि भारत में कुल आबादी में से 6 फ़ीसदी लोग बहरेपन की बीमारी से पीडि़त हैं। यह सरकार की रिपोर्ट है। इन व्यक्तियों को सुनने के लिए हर 5 साल में नया हियरिंग मशीन लेना पड़ता है और ऑडियोलॉजिस्ट का संपर्क करना पड़ता है। फिलहाल बाजार में विभिन्न कंपनियों की हियररिंग मशीनें उपलब्ध हैं जो व्यक्ति की सुनने की क्षमता को बढ़ाती हैं।
लेकिन इन मशीनों के उपयोग में कुछ मर्यादा आए हैं जैसे की मशीन की बैटरी कभी भी खत्म हो जाती है, व्यक्ति मशीन लगी हो तो फोन पर बात नहीं कर सकता और सबसे बड़ी बात यह है कि बाजार में अनुपयोगी हियरिंग मशीनें भी मिलती हैं जो एमप्लीफायर्स है यानी आवाज को दुगनी गति कर देती हैं,ऐसे में व्यक्ति को आवाज के साथ आसपास की भी आवाजें जैसे बाहर वाहनों के हॉर्न और साउंड सिस्टम से निकलने वाली आवाज भी दुगनी होकर सुनाई देती है। इस कारण व्यक्ति की श्रवण शक्ति को नुकसान पहुंचता है।
जबकि हमारी हियरिंग मशीन इस समस्या से निजात दिलाने वाली है। पर क्रद्ग-॥द्गड्डह्म् हियरिंग मशीन से सामान्य तरीके से ही सब कुछ सुनाई देगा क्योंकि इसमें इस तरह के नए फीचर शामिल किए गए हैं जो भारी आवाज को भी ह्यूमन वॉइस में बदल देती है।
वही क्रद्ग-॥द्गड्डह्म् की सबसे बड़ी खासियत यह है कि अन्य हियरिंग मशीनों में प्रोग्राम फिट करने के लिए कंप्यूटर की जरूरत पड़ती है जिससे हियरिंग लॉस के समय बार-बार ऑडियोलॉजिस्ट के पास दौडक़र जाना पड़ता है जबकि हमारी हियरिंग मशीन सीधे किसी भी मोबाइल फोन में इंस्टॉल की जा सकती है जिससे व्यक्ति को कहीं से भी मोबाइल फोन के जरिए प्रोग्रामिंग करने की सुविधा मिलती है।