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गुजरात में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत वर्ष 2021-22 में लक्ष्य से अधिक लाभार्थी जोड़े गए - सूरत भूमि हिंदी न्यूज़

गांधीनगर | गुजरात सरकार ने हाल के आँकड़ों में यह जानकारी दी है कि राज्य केस्वास्थ्य विभाग ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) के अंतर्गत वर्ष 2021-22 के लिए निर्धारित लक्ष्य से अधिक लाभार्थियों को जोड़ लिया है। वर्ष 2021-22 के लिए 3 लाख लाभार्थियों को इस योजना के अंतर्गत जोड़े जाने का लक्ष्य तय किया गया था, जिसके सापेक्ष गुजरात सरकार ने 3 लाख 18 हज़ार 359 लाभार्थियों को PMMVY के अंतर्गत जोड़ने का कार्य किया है। इस प्रदर्शन को देखते हुए राज्य सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए इस लक्ष्य को 50 प्रतिशत बढ़ाते हुए 6 लाख लाभार्थी जोड़े जाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभागमुस्तैदी के साथ काम करने में जुट गया है। इस बड़े लक्ष्य को पूरा करने के लिए साप्ताहिक स्तर पर ज़िला और निगमों को एक निश्चित लक्ष्य दिया जा रहा है और साप्ताहिक स्तर पर कार्य की प्रगति की समीक्षा भी की जा रही है। इस वित्त वर्ष के लिए 20 मई, 2022 तक स्वास्थ्य विभाग ने 6 लाख लक्ष्य के सापेक्ष 58 हज़ार 743 लाभार्थियों को जोड़ लिया है।
क्या है प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना ?
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना को वर्ष 2017 में केन्द्र सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा पूरे देश की महिलाओं को उनके बच्चे के जन्म के समय आर्थिक सहायता देने के लिए शुरू किया गया था। इस योजना के अंतर्गत हर लाभार्थी माँ को5 हज़ार रुपए की सहायता राशि दी जाती है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार के आँकड़ों के अनुसार पिछले पाँच वर्षों में देश भर में1.28 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को इस योजना के अंतर्गत जोड़ा जा चुका है और DBT के माध्यम से अब तक 5280करोड़ रुपए सीधे महिला लाभार्थियों के बैंक खाते में स्थानांतरित किए गए हैं। इस योजना का लाभ देश भर के APL और BPLकार्डधारक; दोनों ही श्रेणियों की महिलाएँ ले सकती हैं।
PMMVYका मुख्य उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के स्वास्थ्य में सुधार और नक़दी प्रोत्साहन के माध्यम से अल्प पोषण के प्रभाव को कम करना है।
PMMVYकी कार्य प्रणाली
पहली क़िस्त: 1000 रुपए गर्भावस्था के पंजीकरण के समय
दूसरी क़िस्त: 2000 रुपए,यदि लाभार्थी छह महीने की गर्भावस्था के बाद कम से कम एक प्रसवपूर्व जाँच कर लेते हैं।
तीसरी क़िस्त:2000 रुपए, जब बच्चे का जन्म पंजीकृत हो जाता है और बच्चे को BCG, OPV, DPTऔर हेपेटाइटिस-Bसहित पहले टीके का चक्र शुरू होता है।
कैसे करें आवेदन ?
आशा कार्यकर्ता सामुदायिक स्तर पर आवेदन भरने का काम करती हैं। लाभार्थी के आवश्यक दस्तावेज़ को जमा कर फ़ॉर्म भरने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आशा कार्यकर्ता इसे https://pmmvy-cas.nic.inवेबसाइट के माध्यम से आगे की प्रक्रिया का संपादन करती हैं।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2021-22 में गुजरात सरकार ने इस योजना के 1 लाख 15 हज़ार 465 लाभार्थियों को 25.30 करोड़ रुपए वितरित किए हैं, वहीं वर्ष 2022-23 के लिए गुजरात सरकार ने 20मई 2022 तक 58हज़ार743 लाभार्थियों को 10.03 करोड़ रुपए वितरित किए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त परिवार कल्याण निदेशक डॉ. नयन पी. जानीने बताया, ‘‘हमने PMMVY के अंतर्गत पिछले वर्ष के अपने लक्ष्य से अधिक लाभार्थियों को जोड़ा है। हमारा पूरा प्रयास रहेगा कि हम इस वर्ष भी अपने लक्ष्य से अधिक लाभार्थियों को जोड़ें।इस पूरी प्रक्रिया के दौरान आने वाली चुनौतियों और समस्याओं पर भी हम तेज़ी से काम कर रहे हैं। माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल स्वयं समय-समय पर इस योजना की समीक्षा करते हैं और उनका स्पष्ट निर्देश है कि विभाग यह सुनिश्चित करे कि हर योग्य लाभार्थी को इस योजना का लाभ मिले।’’

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