सूरत: गुरुवार: जर्मन राजदूत वाल्टर जोहान्स लिंडनर ने सूरत जिले के चोर्यासी तालुका के भीमराड गांव में केएफडब्ल्यू वित्तपोषित मेट्रो परियोजना का दौरा किया और ऑपरेशन का निरीक्षण किया।मेट्रो प्रोजेक्ट के निदेशक श्री सहदेव सिंह राठी ने जर्मनी के राजदूत को समग्र कामकाज के बारे में जानकारी दी।उन्होंने सूरत शहर के चोकबाजार में ऐतिहासिक किले का भी दौरा किया और कलेक्टर श्री आयुष ओक और मेयर श्रीमती के साथ बैठक की।
जर्मनी के राजदूत श्री वाल्टर जॉन्स लिंडनर, जो सूरत शहर के पहले अतिथि थे, सूरत की सफाई से प्रभावित हुए।साथ ही मेट्रो परियोजना का संचालन और
से वाकिफ थे। इस अवसर पर श्री वाल्टर ने कहा कि सूरत जहां एक स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित हो रहा है, वहीं जर्मन और फ्रांसीसी सरकारों ने शहर की मेट्रो परियोजना के लिए 5 करोड़ रुपये की ऋण सहायता प्रदान की है।
ताकि भविष्य में शहर के लोगों को सुरक्षित और तेज यात्रा का लाभ मिले। उन्होंने परियोजना को जल्द पूरा करने के लिए वित्त पोषण के साथ-साथ अन्य तकनीकी सहायता प्रदान करने का वादा किया। राजदूत व अन्य सदस्यों ने पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।इस अवसर पर सूरत मेट्रो परियोजना निदेशक सहदेव सिंह राठी ने कहा कि सूरत के लोगों के लिए इस बेहद महत्वपूर्ण परियोजना में जर्मन और फ्रांसीसी सरकारों द्वारा अनुमानित 50 प्रतिशत निवेश किया गया है।
मेट्रो प्रोजेक्ट में इतने आधुनिक सिस्टम लाए जा रहे हैं। साथ ही इस प्रोजेक्ट का काम जल्दी और समय पर पूरा कर लिया जाएगा। वर्तमान में 18.6 किमी मेट्रो लाइन परिचालन में है। जिसमें 6 अंडरग्राउंड स्टेशनों, 6.47 किमी टनल और 10 स्टेशनों का संचालन प्रगति पर है। इसके अलावा ड्रीम सिटी में 20 स्टेशनों की लाइन के लिए डिपो का काम भी जोरों पर है। उन्होंने कहा कि दो साल में ऑपरेशन पूरा करने का लक्ष्य है।