इंदौर : बदलते समय के साथ लोगों की सोच में भी खास परिवर्तन देखने को मिला है। आधुनिकता को अपनाने के साथ बढ़ते कदम निरंतर तरक्की करने को प्रतिबद्ध हैं। पिछले कुछ दशकों में महिलाओं और पुरुषों के प्रति भेदभाव में भी क्राँतिकारी परिवर्तन देखने को मिले हैं। आज महिलाएँ भी पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलती हैं। इतना ही नहीं, कुछ क्षेत्रों में महिलाएँ, पुरुषों से भी कई गुना आगे निकल चुकी हैं। किन्तु इस तरक्की से परे हम आज भी कहीं न कहीं पिछड़े हुए हैं, क्योंकि कार्यस्थलों पर उनकी भावनाओं और तकलीफों पर जरा भी ध्यान नहीं दिया जाता है। अर्थात् महिलाओं के मासिक धर्म के दौरान होने वाली परेशानियों को हमेशा ही नजर अंदाज किया जाता है। इस विषय को गंभीरता से लेकर महिलाओं के लिए सार्थक कदम उठाने वाली मध्यप्रदेश की पहली कंपनी बन गई है पीआर 24×7।
पीआर 24×7 के फाउंडर, अतुल मलिकराम बताते हैं कि मासिक धर्म के दौरान शरीर में उपस्थित हार्मोन्स में बदलाव होता है, जिस वजह से एक महिला शीघ्र थकान, पीड़ा आदि जैसी कई समस्याओं का सामना करती है। इसके उपाय हेतु पुराने समय में हमारे बड़े-बुजुर्ग महिलाओं को पूर्ण रूप से आराम करने की सलाह देते थे, यहाँ तक कि भोजन भी उन्हें उनके मौजूदा स्थान पर लाकर दिया जाता था। इस प्रकार एक महिला के मासिक धर्म के 3 से 4 दिन, शरीर को कष्ट पहुँचाए बिना गुजरते थे। लेकिन दुनिया की भाग-दौड़ में यह आराम कहीं गुम सा गया है, यानि मासिक धर्म में भी आम दिनों की तरह काम-काज करते बीतते दिनों में पूर्वजों द्वारा बनाई हुई परंपरा अब लुप्त हो चली है। ऐसे में इस परंपरा को पुनःजीवित करने के साथ ही कंपनी में कार्यरत बेटियों के लिए एक सार्थक पहल की शुरुआत की गई है, जिसके अंतर्गत वे अपने मासिक धर्म के दौरान बिना किसी परेशानी के घर से काम कर सकती हैं।
भारत की कुछ एक ही कम्पनीज हैं, जिन्होंने बेटियों और महिलाओं के हित को प्राथमिकता से लिया है। इसके साथ ही, अभी तक के इतिहास में मूल रूप से मध्यप्रदेश में स्थापित किसी भी कंपनी ने यह सार्थक पहल की शुरुआत करने का विचार भी नहीं किया है। इस प्रकार मध्यप्रदेश की प्रमुख पीआर कंपनी पीआर 24×7 ने इस श्रेणी में अव्वल दर्जा हासिल किया है। कंपनी के फाउंडर ‘गोली के हमजोली’ गर्भनिरोधक गोली, प्रजनन स्वास्थ्य के क्षेत्र में समूचे भारत के को-ऑर्डिनेटर रह चुके हैं। यही वजह है कि वे महिलाओं की पीड़ा को गहराई से समझते हैं, जिसके परिणामस्वरूप, इस कंपनी में कार्यरत बेटियां मासिक धर्म से गुजरने के दौरान घर पर रहकर आराम से कार्य कर सकेंगी, वह भी बिना किसी तकलीफ, पीड़ा, थकान और परेशानी के। कंपनी द्वारा महिलाओं को सर का ताज बनाने और उनके हित को सर-आँखों पर रखने के इस जस्बे को सभी बेटियों का सलाम।