
अहमदाबाद | एक ओर गुजरात कांग्रेस राज्य में होनेवाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटे हैं, दूसरी ओर कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने पार्टी की कार्यशैली पर नाराजगी जताई है| जिसका दूसरे प्रवक्ता ने भी समर्थन किया है| पार्टी के दो प्रवक्ताओं द्वारा सार्वजनिक टिप्पणी को गुजरात प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी रघु शर्मा ने गंभीरता से लिया है और संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने पर कार्यवाही के संकेत दिए हैं| बता दें कि बीते दिन प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता जयराजसिंह परमार ने एक ट्वीट किया था| जिसमें उन्होंने लिखा “ कांग्रेस पक्ष हमेशा संसद सदस्यों और विधायकों केन्द्रित पार्टी रही है| कांग्रेस पार्टी में संगठन के लोगों का कहीं स्थान नहीं होता, फिर संगठन का महत्व कैसे बढ़ेगा?” जयराजसिंह परमार के ट्वीट का कांग्रेस नेता मनहर पटेल ने समर्थन किया है| मनहर पटेल ने ट्वीट कर लिखा “मुझे भयंकर डर लग रहा है कि कहीं ऐसा न हो कि सही समय पर सच्चे कांग्रेसी योद्धा घर न बैठ जाएं| बोटाद जिला पंचायत के चुनाव में सभी नामांकन रद्द हुए थे, इसके लिए कौन जिम्मेदार है? इसके बावजूद पार्टी में कोई गंभीर चर्चा नहीं, कोई चिंतन नहीं, प्रमुख और प्रभारी समेत वरिष्ठ नेताओं का इस बारे में ध्यान आकृष्ट किया था|” आज गुजरात कांग्रेस के एक और प्रवक्ता ने पार्टी के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए इस्तीफा दे दिया है| गुजरात कांग्रेस प्रभारी रघु शर्मा के दौरे के दौरान भरत देसाई के इस्तीफे से राजनीति गरमा गई है| भरत देसाई के इस्तीफे के बाद गुजरात कांग्रेस चल रही अंदरुनी कलह खुलकर सामने आ गई है| भरत देसाई प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता के साथ ही मीडिया प्रभारी और मालधारी प्रकोष्ठ के प्रमुख भी रह चुके हैं| हांलाकि भरत देसाई ने किन कारणों की वजह से इस्तीफा दिया है, इसका खुलासा नहीं हुआ है| ऐसी घटनाओं पर गुजरात प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी रघु शर्मा कड़ी नाराजगी जताई है और कहा है कि किसी को कोई समस्या है तो पार्टी फोरम में शिकायत करनी चाहिए| नेता हो या कार्यकर्ता किसी को भी सार्वजनिक टिप्पणी करने से बचना चाहिए| उन्होंने कहा कि इस मामले में कारण बताओ नोटिस दिया जाएगा और संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर कार्यवाही भी की जाएगी| प्रवक्ता के खिलाफ क्या कार्यवाही की जाए, इसके फैसला प्रदेश कांग्रेस प्रमुख करेंगे|