सूरत: मेहंदी को हर मौके पर शगुन का प्रतीक माना जाता है। हर पुरुष और महिला शुभ अवसरों पर मेहंदी लगाते हैं। समय के साथ, मेहंदी की कला में दैनिक आधार पर नए डिजाइन दिखाई देते हैं।इसके साथ ही लोग खूबसूरत डिजाइन और फिगर बनाते नजर आ रहे हैं। पहले के समय में लोग हाथ पर लोगों का नाम या पति का नाम लिखा करते थे।साथ ही यह पोट्रेट इस समय काफी चलन में है। तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन सूरत के ऑरेंज इंटरनेशनल होटल में पूरे भारत के जाने-माने मेहंदी कलाकार मिरल पटेल ने खुद एक मेहंदी कलाकार के रूप में अपनी प्रतिभा को फैलाने और सभी को इसे सीखने के उद्देश्य से किया था।
इस बारे में बात करते हुए श्रीमती मिरल पटेल ने कहा, ”मुझे खुद पर मेहंदी लगाने का बहुत शौक है। इससे मैं समय के साथ इसमें नए-नए इनोवेशन करता रहा हूं।इस बार हमने सूरत के लोगों के लिए तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया है जिसमें बहुत अच्छे कलाकार शामिल हुए हैं। इसके साथ ही हमने उन्हें लाइव डेमो के साथ पोर्ट्रेट बनाना सिखाया है।
पोर्ट्रेट पेंटिंग एक विशिष्ट मानव विषय का प्रतिनिधित्व करने के उद्देश्य से पेंटिंग की एक शैली है।’पोर्ट्रेट पेंटिंग’ शब्द एक वास्तविक चित्रित चित्र को भी संदर्भित कर सकता है।इस कला को आसानी से करने के लिए सभी के लिए पोर्ट्रेट वर्कशॉप का आयोजन किया गया है।