अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस की शुरुआत 29 अप्रैल 1982 को इंटरनेशनल थिएटर इंस्टीट्यूट (आईटीआई) की नृत्य समिति द्वारा की गई थी। इस दिन के पीछे खास वजह जीन-ज्योर्ज नोवेरा को उनके जन्मदिन पर याद करना है। जीन-ज्योर्ज नोवेरा फ्रांस के एक कुशल बेली डांसर थे।
अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस के अवसर पर श्री स्वामी नारायण एकेडमी अडाजण स्कूल में नृत्य दिवस धूमधाम से मनाया गया।इस कार्यशाला में विद्यालय के 100 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। यह उत्सव केवल नृत्य कार्यशालाओं तक ही सीमित नहीं था, स्वामीनारायण स्कूल ने स्कूल की पूर्व छात्रा कुमारी प्राची सोपारीवाला और स्कूल की नृत्य शिक्षिका अरुक्षा मोतीवाला के साथ छात्रों को अर्ध-शास्त्रीय और कथक नृत्य सिखाया जो भारतीय संस्कृति को प्रदर्शित करता था। जिसमें कक्षा 10 और 12 के विद्यार्थियों ने भी अपनी कक्षाएँ पूरी करने के बाद उत्साहपूर्वक भाग लिया। डांस से शारीरिक और मानसिक रूप से कई फायदे होते हैं। इसलिए यहां के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस मनाया।
और स्वेच्छा से भाग लिया। संस्था द्वारा प्राची सोपारीवाला और प्रिंसी सवानी को स्कूल के ट्रस्टी श्री दिनेशभाई गोंडलिया द्वारा सम्मानित किया गया। और बच्चों को प्रोत्साहित किया गया।