भगवान के वचनों पर अटूट विश्वास का अर्थ है आत्म-मार्गदर्शन: आचार्य जिनसुंदरसूरीश्वरजी महाराजा
Post Views: 33 सूरत । श्री भरूच जैन तीर्थ के प्रांगण में प्रभावशाली पूज्यपाद आचार्यदेव श्री जिनसुंदरसूरीश्वरजी महाराज ने कहा कि आज नवपदजी का छठा दिन है जिसका अर्थ है दर्शनवाद। इस दिन 67 लोगस्स का काउसग्ग, 67 साथिया, 67 प्रदक्षिणा, 67 खमासमना और “ह्री नमो दंसणस्स” पद की 20 माला की पूजा की जाती…