बॉलीवुड में वरुण धवन की नवीनतम फिल्म “जुडवा” में “राम या श्याम” से “वर या धामा” तक के पात्रों की तरह, वास्तविक जीवन में कई जुड़वा भाई-बहन है जिन्हें देखकर लोग चकित हैं। ट्विन्स डे भारत में कम ही मनाया जाता है लेकिन विदेशों में इसे तीन दिन धूमधाम से मनाया जाता है। जिसे देखते हुए सूरत में भी जुड़वा भाइयों ने एक छोटा सा उत्सव शुरू कर दिया है. इस साल 8 अगस्त की पूर्व संध्या पर कुछ जुड़वां भाई मितेश शाह और मनीष शाह, जो दोनों अलग-अलग जगहों पर जाते हैं, कोई भी यह नहीं कह सकता कि ये दो अलग-अलग लोग हैं क्योंकि दोनों की उपस्थिति, ऊंचाई और पढ़ाई समान है, और पढाई भी बी.कॉम से की है और शौख भी समान हैं। और बिजनेस में भी दोनों भाई फोटोग्राफी से ही जुडे है। गुजरात के मुख्यमंत्री श्री विजयभाई रूपाणी ने भी विश्व जुड़वां दिवस के अवसर पर उन्हें एक पत्र भेजा। इसी तरह यशवंत और नरेंद्र (राजू) दोनों एक जैसे दिखते हैं लेकिन उनका पेशा अलग है। एक की प्रिंटिंग जबकि दूसरे भाई का हार्डवेयर एक जैसे दिखने वाले आशित और अंकित भी चाय, नैशकॉफी, स्नैक्स के वितरक है। इसी तरह व्याना मेहता और विहाना मेहता भी एक साढ़े तीन साल की बेटी है। और दिखने में बिलकुल एक जैसी हैं । सूरत के जुड़वाँ भाई हर साल कुछ अलग मना रहे हैं लेकिन इस समय कोरोना कल में ऑक्सीजन की सख्त जरूरत है। इसी उद्देश्य से इस वर्ष वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। “एक पेड़ लगाओ, जीवन बचाओ” के नारे के साथ जागरूकता कार्य किया गया। और हम इन पेड़ों की पूरी देखभाल करेंगे हमने यह भी संकल्प लिया कि जहां भी हमें जरूरत होगी वहां पेड़ लगाएंगे और हर महीने पर्यावरण की रक्षा करेंगे ऐसी प्रतिज्ञा भी की।