
अहमदाबाद | नवीनतम मौसम पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए कि गुजरात राज्य में सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र के तटीय क्षेत्र चक्रवात “तौकते” से प्रभावित होंगे, पश्चिम रेलवे द्वारा अपने अधिकार क्षेत्र के तहत आने वाले संभावित क्षेत्रों के लिए विभिन्न संरक्षा एवं सुरक्षा संबंधी सावधानियां बरती जा रही है। पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल ने इस प्राकृतिक आपदा का सामना करने के लिए तैयारियों की समीक्षा के लिए प्रधान विभागाध्यक्षों और संबंधित मंडल रेल प्रबंधकों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आवश्यक बैठक की । महाप्रबंधक ने सुरक्षा और एहतियाती उपाय के रूप में विभिन्न लॉजिस्टिक्स, ट्रेन की गति प्रतिबंध सहित उनकी सुरक्षित आवाजाही और ट्रेनों को रद्द करने आदि की व्यवस्था के संबंध में विस्तृत निर्देश दिए। उन्होंने क्षेत्रीय रेलवे और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की आपदा प्रबंधन नियमावली में निर्धारित दिशानिर्देशों का पालन करने और भारतीय मौसम विभाग (IMD) के साथ-साथ राज्य सरकार के साथ समन्वय बनाए रखने पर विशेष जोर दिया। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, चक्रवात “तौकते” के गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र से टकराने की संभावना है, जिसके अंतर्गत अधिकांशतः भावनगर मंडल, राजकोट मंडल के पश्चिमी भाग और अहमदाबाद मंडल के गांधीधाम के पास एक छोटा क्षेत्र शामिल है। पश्चिम रेलवे ने इस चक्रवात का सामना करने के लिए अपनी तैयारियों के तहत कई एहतियाती कदम उठाए हैं। विभागीय अधिकारियों द्वारा व्हाट्सएप के माध्यम से भारतीय मौसम विभाग और राज्य सरकार के साथ नियमित अपडेट के लिए निकट संपर्क बनाए रखा जा रहा है। कार्य के सुचारू संचालन के लिए मुख्यालय के आपदा नियंत्रण कक्ष और मंडल के आपदा नियंत्रण कक्षों के बीच हॉटलाइन सुनिश्चित की गई है। जरूरत पड़ने पर तत्काल बचाव कार्य शुरू करने के लिए सभी विभागों को विस्तृत निर्देश जारी किए गए हैं। संबंधित मंडलों के इंजीनियरिंग विभाग को पेड़ काटने के उपकरण, डीजी सेट, डीजल चालित पंप, अर्थ मूविंग उपकरण, जेसीबी, यूटिलिटी वाहन, पर्याप्त ईंधन संसाधन आदि की व्यवस्था के साथ स्थिति से निपटने तथा जरुरत के समय किसी भी सहायता के लिए तैयार के लिए अलर्ट पर रखा गया है । इन अधिकारियों को आवश्यक तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए संबंधित क्षेत्र के अधिकारियों के साथ निरंतर संचार संपर्क बनाए रखने का भी निर्देश दिया गया है। छतों की ढीली चादरों की जांच के लिए प्लेटफॉर्म शेल्टरों और कवरशेडों का निरीक्षण किया जा रहा है और इनकी मजबूती और कार्यक्षमता के लिए किसी भी सामग्री के खराब होने की आशंका की स्थिति की जाँच की जा रही है। निर्माणाधीन विभाग के सभी उपकरणों एवं संसाधनों को भी तैयार रखा गया है। एआरटी/एआरएमई/स्पार्ट्स/एसपीएआरएमई जैसी राहत ट्रेनों को पर्याप्त दवाओं से लैस किया गया है और पावर पैक सहित पर्याप्त बचाव और री-रेलिंग हेतु उपकरण भी तैयार अवस्था में रखे गए हैं। ठाकुर ने आगे बताया कि ओएचई गैंग को सतर्क कर दिया गया है और पर्याप्त उपकरणों और मोबिलिटी के साथ स्टैंडबाय पर रखा गया है। वायरलेस संचार, सैटेलाइट फोन, वी-सैट और ड्रोन रिकॉर्डिंग जैसी पर्याप्त सुविधाओं के साथ संचार प्रणाली को भी मजबूत किया जा रहा है। बचाव एवं राहत कार्यों के लिए चल स्टॉक, लोकोमोटिव, मैनपावर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए भी आवश्यक व्यवस्था की जा रही है। रेल सुरक्षा बल को यह भी निर्देश दिया गया है कि रेल सुरक्षा बल की आपदा प्रबंधन टीम आवश्यक उपकरणों के साथ मौके पर तुरंत पहुंचने के लिए तैयार रहे और आपात स्थिति में अन्य विभागों के साथ राहत कार्य शुरू करें। ट्रेन की आवाजाही के बारे में बताते हुए, ठाकुर ने कहा कि यात्रियों की संरक्षा और ट्रेन संचालन में सुरक्षा के मद्देनजर एहतियात के तौर पर कई ट्रेनों को रद्द और शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है। जनता की जानकारी के लिए स्टेशनों पर ट्रेन अपडेट के बारे में लगातार घोषणाएं की जाएंगी। साथ ही, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों और मीडिया अपडेट के माध्यम से समय-समय पर ट्रेनों के नियमन/ निरस्तीकरण/अल्प-टर्मिनेशन/डायवर्सन आदि के संबंध में विस्तृत अपडेट जारी किए जाएंगे। भारतीय मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि 16 से 18 मई, 2021 की अवधि में चक्रवाती तूफान “तौकते” के गुजरात के तट पर टकराने की सम्भावना की स्थिति में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके अलावा, 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा जो 60 किमी प्रति घंटे तक पहुंचकर धीरे-धीरे बढ़कर आंधी व तेज हवाएं बन जाती हैं, जिनकी गति 18 मई के शुरुआती घंटों से 90 – 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 115 किमी प्रति घंटे तक रहेगी और इसके बाद 18 तारीख की सुबह से इसके और धीरे-धीरे बढ़ने का पूर्वानुमान लगाया गया है।