युक्ति सिंह उर्फ ‘मैडम सर’ की करिश्मा सिंह
‘’जब सब आपको ‘महिला दिवस’ की शुभकामनाएं देते हैं तो एक महिला होने के नाते इसे मनाना बहुत अच्छा लगता है। प्यार और सम्मान की वह भावना हमें खास होने का अहसास कराती है। लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि किसी एक दिन ‘वीमन्स डे’ मनाने से अच्छा है कि हम पूरे साल उन्हें सम्मान और प्यार दें, क्योंकि पूरे साल ही हम सबको अलग तरह की लड़ाइयां लड़नी पड़ती हैं। इस साल मैंने अपनी मां को कुछ तोहफे और फूल भेजने की सोची है, वह जयपुर में रहती हैं।
इस दिन सेलिब्रेशन की मेरी ऐसी कोई योजना नहीं है, लेकिन मेरे जीवन में जितनी भी महिलाएं हैं मैं उन्हें शुभकामनाएं जरूर दूंगी और मेरे जीवन में उनका होना कितना मायने रखता है, उन्हें बताऊंगी। मेरी दोस्त अंतरा और मेरी मां, मेरे जीवन में दो सबसे खास महिलाएं हैं, क्योंकि उन्होंने जीवन के हर उतार-चढ़ाव में मेरा साथ दिया है। अपने सभी फैन्स और दर्शकों को यह संदेश देना चाहूंगी कि खुद को कभी भी कमजोर ना समझें और हर मुश्किल का डटकर सामना करें। मैं अपनी सभी महिला प्रशसंकों से कहूंगी कि ‘मैडम सर’ की करिश्मा सिंह की तरह दिलेर और होशियार बनें।‘’
मेघा चक्रवर्ती उर्फ ‘काटेलाल एंड सन्स‘ की गरिमा
‘’मेरे जीवन में सबसे खास महिला मेरी मां हैं। मैं उन्हें ढेर सारी चीजें देना चाहती हूं और उन्हें स्पेशल महसूस कराना चाहती हूं। सच कहूं तो किसी एक दिन ‘वीमन्स डे’ मनाने पर मैं भरोसा नहीं करती। हमें पूरे साल ही महिलाओं का सम्मान करना चाहिये और उनकी आजादी का जश्न मनाना चाहिये। मेरे शो के किरदार गरिमा और सुशीला, अपने सपनों को पूरा करने के लिये हर मुसीबत से लड़ जाते हैं। इसलिये, हमें गरिमा और सुशीला के जीवन से सीखने की जरूरत है और हमें सपने देखना बंद नहीं करना चाहिये। जीवन मुश्किलों से भरा होता है लेकिन जीत आखिरकार आपकी होती है। मैं अपने सभी फैन्स से कहना चाहूंगी कि महिलाओं का सम्मान करें। मैं सारी महिलाओं से कहना चाहूंगी कि इस दिन को अच्छी तरह मनायें और इस ताज को सिर से गिरने ना दें।
जिया शंकर उर्फ ‘काटेलाल एंड सन्स’ की सुशीला
‘’मैं अपने आस-पास सारी अद्भुत महिलाओं को ‘महिला दिवस’ की शुभकामनाएं देती हूं। मेरी मां मेरे जीवन की सबसे खास महिला हैं और मैं हर रोज ही उनका सम्मान करती हूं। मैंने उन्हें संघर्ष करते हुए देखा है, जिससे मुझे उन पर गर्व महसूस होता है। साथ ही मैं कहना चाहूंगी कि महिलाओं का सम्मान और यह उत्सव सिर्फ एक दिन ही क्यों? इसे तो हमें साल में हर दिन मनाना चाहिये। इस शो को लाने और महिलाओं को अपने सपने पूरे करने के लिये प्रेरित करने के लिये मुझे मेरे कई सारे फैन्स के मैसेज मिलते रहते हैं,जो हमारा शुक्रिया अदा करते है। मुझे इस बात की बेहद खुशी है कि यह लोगों तक पहुंच रहा है और वे अपने नजरिये को बदलने की कोशिश कर रहे हैं तथा महिलाओं को और बेहतर तरीके से समझ रहे हैं। मैं चाहती हूं कि मेरे फैन्स हर दिन ही ‘वीमन्स डे’ मनायें। उन्हें हर दिन ही प्यार और सपोर्ट दें।‘’
येशा रुघानी उर्फ ‘हीरो: गायब मोड ऑन’ की ज़ारा
‘’मेरे जीवन में जितनी भी बेमिसाल महिलाएं हैं, मैं इस मौके पर आप सबको एक बेहतरीन ‘वीमन्स डे’ की शुभकामनाएं देती हूं। किसी के चेहरे पर मुस्कुराहट लाकर आप उनके लिये सबसे अच्छी चीज कर सकते हैं और उन्हें खास महसूस करा सकते हैं। चूंकि, हमें यह एक खास दिन दिया गया तो क्यों ना इस दिन का इस्तेमाल खुशियां फैलाने में किया जाये। मैंने कुछ बहुत बड़ा नहीं सोचा है, लेकिन मैं ‘वीमन्स डे’ में अपना पर्सनल टच देने के लिये मैं अपने आस-पास की महिलाओं के लिये कोई नोट लिखूंगी या फूल दूंगी या फिर कुछ पर्सनलाइज़ करूंगी।‘’