निराकार बनने के लिए शरीर से ही साधना करनी होगी: आचार्य जिनसुंदरसूरीश्वरजी महाराज

सूरत । श्री नीलकंठ जैन संघ – अमरोली (सूरत) के परिसर में पूज्यपाद आचार्य देवश्री जिनसुंदरसूरीश्वरजी महाराज ने प्रवचन में कहा कि आज नवपदजी का दूसरा दिन है, इसलिए इस दिन हमें सिद्ध परमात्मा की पूजा करनी है जिसमें 8 खमासना-प्रदक्षिणा -सथिया 8 लोगरसनो काउसग लौगरा के और “ओम ह्रीं नमो सिद्धाणं” पद के 20…

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