18 साल से अधिक उम्र के युवाओं से वैक्सीनेशन अभियान में शामिल होने की मुख्यमंत्री की अपील

अहमदाबाद | मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राज्य के 18 साल से अधिक उम्र के युवा नागरिकों से वैक्सीनेशन के अभियान में शामिल होने की अपील करते हुए कहा है कि वैक्सीनेशन के लिए युवा जल्द से जल्द रजिस्ट्रेशन कराएं। अगले 15 दिनों में वैक्सीन उपलब्ध होने पर चरणबद्ध और समयबद्ध तरीके से वैक्सीनेशन का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब तक गुजरात में जिस तरह से बिना किसी अव्यवस्था के वैक्सीनेशन का काम हुआ है, उसी तरह से अब 18 साल से अधिक उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन अभियान भी सुव्यवस्थित ढंग से पूरा कर गुजरात को एक बार फिर अग्रणी बनाएं। गुरुवार को फेसबुक के जरिए जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और प्रेरणा से भारत से कोरोना का नामोनिशान मिटाने के संकल्प के साथ 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों के वैक्सीनेशन का चौथा चरण 1 मई से चरणबद्ध तरीके से शुरू होने जा रहा है। राज्य सरकार ने वैक्सीनेशन के लिए पहले डेढ़ करोड़ खुराक की व्यवस्था की थी, जिसे बढ़ाकर अब ढाई करोड़ कर दिया है। पूणे की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को कोविशील्ड वैक्सीन की दो करोड़ खुराक तथा हैदराबाद की भारत बायोटेक को कोवैक्सीन टीके की 50 लाख खुराक के लिए राज्य सरकार ने ऑर्डर दे दिया है। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन अभियान को ज्यादा सघन बनाने के लिए पूरे राज्य में अभी सरकारी और निजी समेत कुल 6 हजार वैक्सीनेशन सेंटर कार्यरत किए हैं। 18 साल से अधिक उम्र के जो लोग सरकारी टीकाकरण केंद्र पर वैक्सीने लगवाने आएंगे उन्हें मुफ्त में टीका लगाया जाएगा। रूपाणी ने कहा कि कल यानी बुधवार चार बजे जब केंद्र सरकार की कोविन वेबसाइट पर 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ, तब पहले एक घंटे में ही लाखों युवा रजिस्ट्रेशन कराने के लिए आगे आए। वेबसाइट पर ज्यादा ट्रैफिक के कारण कुछ समय के लिए काम बंद भी रहा, लेकिन उसके बाद रजिस्ट्रेशन का काम बेहतर तरीके से चल रहा है जो अत्यंत उत्साहजनक बात है। राज्य सरकार ने वैक्सीनेशन के चौथे चरण की तैयारियां करीब-करीब पूरी कर ली हैं। जनजागरूकता, राज्य सरकार के सक्रिय प्रयास और सभी के सामूहिक पुरुषार्थ से गुजरात में चौथे चरण के वैक्सीनेशन के लिए 28 अप्रैल से शुरू हुए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में भी व्यापक उत्साह दिखाई पड़ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश में गुजरात ने वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वाले 18 साल से अधिक उम्र के हरेक व्यक्ति का उसकी बारी आने पर चरणबद्ध तरीके से वैक्सीनेशन हो जाए, कोई भी व्यक्ति वैक्सीन से वंचित न रहे उसके लिए विस्तार से अग्रिम योजना भी बना ली है। मुख्यमंत्री ने अब तक वैक्सीन लगवा चुके राज्य के सभी नागरिकों, स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने कोरोना के खिलाफ इस जंग में वैक्सीन से लैस बनने की प्रतिबद्धता दिखलाई है। हमारे लिए यह खुशी की बात है कि वैक्सीनेशन के तीनों चरण सुनियोजित तरीके से जनता के सहयोग से पूरे हुए हैं और कभी भी वैक्सीनेशन की चेन में ब्रेकडाउन नहीं आया है या कहीं कोई तकलीफ नहीं हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन के तीनों चरणों के अंतर्गत गुजरात में कुल आबादी का 18.3 फीसदी यानी कि 1 करोड़ 20 लाख लोगों के वैक्सीनेशन से देश के शीर्ष राज्यों में गुजरात ने अपना स्थान बनाया है। अब तक राज्य में 95.64 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक और 21.93 लाख लोगों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है। इन तीनों चरणों के लिए अब तक गुजरात को 1 करोड़ 27 लाख 75 हजार वैक्सीन की डोज केंद्र सरकार की ओर से प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि पूणे की सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड की 3.70 लाख और हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक की 3.30 लाख कोवैक्सीन की खुराक मिलाकर अभी राज्य में 7 लाख से अधिक वैक्सीन की खुराक उपलब्ध है। इन खुराकों का उपयोग अभी चल रहे 45 से अधिक उम्र के लोगों के वैक्सीनेशन अभियान में हो रहा है तथा भारत सरकार से और ज्यादा खुराक प्राप्त कर 45 से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन देने का अभियान भी जारी रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात में जनता-जनार्दन ने तीनों चरणों में बहुत उत्साहजनक प्रतिक्रिया एवं जागरूकता के साथ वैक्सीनेशन कराया है, जिसके चलते गुजरात जिस तरह अन्य मामलों में देश का मार्गदर्शक और अग्रणी राज्य है, उसी तरह कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भी देशभर में अग्रणी रहा है। उन्होंने कहा कि यह साबित हो चुका है कि वैक्सीनेशन कोरोना महामारी की इस दूसरी लहर में लड़ने का एक अमोघ शस्त्र है, ऐसे में व्यापक स्तर पर जन-जन का वैक्सीनेशन हो यह समय की मांग है। हम सौभाग्यशाली हैं कि अपने देश में ही बनी भारतीय वैक्सीन हमारे पास उपलब्ध है। भारत के वैज्ञानिक, वैक्सीन निर्माता और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार के प्रयासों के कारण यह संभव बना है। मुख्यमंत्री ने वैक्सीन के चयन, खरीदी और वैक्सीनेशन अभियान को लागू करने जैसे मामलों में केंद्र सरकार द्वारा राज्यों को दी गई स्वतंत्रता का स्वागत करते हुए कहा कि फार्मास्यूटिकल कंपनियां-वैक्सीन निर्माता वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं। फिलहाल दो वैक्सीन उपलब्ध है लेकिन अब तीसरी वैक्सीन भी आ रही है। जैसे ही वैक्सीन मिलेगी तुरंत ही वैक्सीनेशन अभियान चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ेगा। थोड़ा ज्यादा वक्त लगे या वैक्सीन हासिल करने में विलंब हो, तो भी हम जब तक पात्रता रखने वाले प्रत्येक नागरिक का वैक्सीनेशन न हो जाए तब तक रुकने वाले नहीं हैं। वैक्सीनेशन के इस चौथे चरण को सफल बनाने की जिम्मेदारी राज्य सरकार के साथ-साथ जनता-जनार्दन की भी है।

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